चिंताजनक: दो दिन में तेजी से बदली शहर की आबोहवा 50 से अधिक पहुंचे इलाज कराने
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
नरवाई के धुएं से आंखों में जलन लालपन के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम करेगी सर्वे
वायु प्रदूषण के मानक
स्थिति मानक
गंभीर। 401 से 500
अत्यंत खराब 301 से 400
खराब 201 से 300
मध्यम 101 से 200
संतोषजनक 51 से 100
बेहतर 0 से 50
रायसेन। खेतों में नरवाई की धधकती आग रायसेन जिले की धरती को झुलसा रही है। बावजूद इसके इस पर रोक लगाने के लिए सख्ती नहीं बरती जा रही है। नतीजा यह है कि नरवाई की आग के धुएं ने तेजी से आबो-हवा में बदलाव किया है। नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रेल के दो दिनों में तेजी से हवा की सेहत बिगड़ी है। लोगों में श्वांस की समस्या बढ़ी है। आंखों में जलन लालपन और सांस संबंधी समस्याओं के 50 से अधिक पीड़ित लोग अस्पताल में उपचार कराने पहुंचे हैं। स्थिति बिगड़ने के कारण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम नगर पालिका कार्यालय में स्थापित उपकरण से आज वायु प्रदूषण का स्तर मापेगी।
अप्रेल के दो दिनों में प्रदूषण हुआ खतरनाक : जनवरी से 31 मार्च तक शहर में वायु गुणवत्ता ठीकठाक थी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी फरवरी में वायु प्रदूषण मध्यम स्तर पर ही रहा। मार्च में गुणवत्ता बिगड़ना शुरू हुई जो अप्रेल के दो दिनों में तेजी से खराब हुआ है।
जनवरी से मार्च तक वायु प्रदूषण की स्थिति
प्रतिबंध बेअसर मात्र चार ही प्रकरण दर्ज
स्थान माह एनओ 2 एसओ 2 पीएम 10 पीएम 2.5
रायसेन जनवरी 17.14 9.28 131.32 21.60
रायसेन फरवरी 18.54 10.69 133.17 22.18
रायसेन मार्च 18.57 12.47 96.64 23.87
कलेक्टर अरविंद दुबे ने खेतों की नरवाई जलाने पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन अभी तक गैरतगंज सिलवानी देवनगर और गौहरगंज तहसील के महज चार किसानों पर ही एफआइआर दर्ज की गई है। अधिकारियों का कहना है कि नरवाई जलाने की सूचना मिलने पर दमकल और अधिकारियों को निर्देशित किया है।