*चना वितरण और खाद्यान्न में भारी अनियमितता का खुलासा, जांच में कई गड़बड़ियां उजागर*
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प्राईम संदेश छत्तीसगढ़
स्टेट हेड अजीमुदिन अंसारी
*सुरजपुर भैयाथान।* ग्राम पंचायत बड़सरा में खाद्य विभाग की जांच में चना वितरण और खाद्यान्न आपूर्ति में गंभीर अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। बीते बुधवार को फूड इंस्पेक्टर अतुल गुप्ता व सुरेंद्र कुर्रे द्वारा की गई जांच में पाया गया कि अप्रैल माह में लाभार्थियों से पोस मशीन में अंगूठा लगवाकर ऑनलाइन चना वितरण तो दर्ज कर दिया गया, लेकिन जमीनी स्तर पर उन्हें चना नहीं दिया गया।
हैरानी की बात यह है कि अप्रैल माह में संबंधित दुकान को चना का कोई आबंटन मिला ही नहीं था, बावजूद इसके 663 लाभार्थियों को वितरण दर्ज किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें आज तक अप्रैल माह का चना नहीं मिला।
जांच के दौरान पूर्व राशन दुकान संचालक विश्वनाथ द्वारा यह भी बताया गया कि 67 क्विंटल चावल की कमी है, जिसे वर्तमान व्यवस्था संचालक रामनारायण राजवाड़े को सुपुर्द कर दिया गया है। इस संदर्भ में भी संदेहास्पद लेनदेन की बात सामने आई है।
इसके अलावा, मृत व्यक्ति के नॉमिनी के नाम पर संचालक द्वारा अंगूठा लगवाकर खाद्यान्न उठाव करने का मामला भी सामने आया है।जिसमे नॉमिनी बाबूलाल को बुलाया गया था। उन्होंने जांच दल को बताया कि मेरे माता के मृत्यु लगभग दो वर्ष पूर्व हो गया था उनका नाम काटने के लिए राशन कार्ड संचालक को दे दिया लेकिन संचालक ने नाम नहीं कटाया।मै जब अपने कार्ड में राशन उठाने आता था तो धोखे से अगूंठा लगाकर उक्त राशन कार्ड से भी खाद्यान्न रख लेते थे जिसकी जानकारी मुझे चना नहीं मिलने पर हुई। संचालक ने पूछताछ में 5 माह से गलती से हुआ उठाव स्वीकार किया।जिसकी लिखित बयान दर्ज की गई।
पूरे मामले की जांच रिपोर्ट तैयार कर बयान,पंचनामा बनाते हुए खाद्य टीम ने दस्तावेज जब्त किए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जा रही है। आने वाले दिनों में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
यह मामला ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्यान्न वितरण व्यवस्था की पोल खोलता है और सिस्टम में गहराई तक फैले भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।