नितिन केसरवानी
कौशांबी। चरवा थाना क्षेत्र के बेरुआ गांव में अवैध खनन का खेल जोरों पर चल रहा है। गांव के तालाब से अवैध रूप से मिट्टी निकाली जा रही है, और यह सब कुछ थाने से महज 200 मीटर की दूरी पर हो रहा है। इसके बावजूद प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
खनन माफियाओं ने तालाब से मिट्टी निकालकर बड़े-बड़े ढेर लगा दिए हैं, जिससे साफ जाहिर होता है कि क्षेत्र में अवैध खनन माफियाओं का दबदबा बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस अवैध खनन से न केवल तालाब नष्ट हो रहा है, बल्कि पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है।
ग्रामीणों के अनुसार, इस अवैध खनन में कुछ स्थानीय प्रभावशाली लोग भी शामिल हैं, जिनका प्रशासन पर दबदबा है। यही वजह है कि पुलिस और प्रशासन कार्रवाई करने से बच रहा है।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस अवैध खनन पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई गई तो तालाब पूरी तरह खत्म हो जाएगा और पर्यावरणीय असंतुलन बढ़ेगा।
क्या होगी प्रशासन की अगली कार्रवाई?
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है, या फिर खनन माफियाओं को यूं ही खुली छूट मिलती रहेगी। ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।