News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: खुदाई के दौरान मिला ब्रिटिश जमाने का खजाना। अंत्येष्टि स्थल निर्माण के लिए चल रही थी खुदाई। खुदाई के दौरान जेसीबी मशीन से टकराई कसहड़ी। सिक्कों को लेकर ग्रामीणों में आपस में हुआ विवाद। सिक्के साल 1857 से 1906 के बताए जा रहे हैं। पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के सेंगरहा गांव का मामला।
पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के सेगरहा गांव में उस समय हड़कंप मच गया जब एक मटका जमीन से निकला और उसमें सोना-चांदी जैसी बहुमूल्य वस्तुएं मिलीं। यह खबर फैलते ही गांव में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और खजाना लूटने की होड़ लग गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार, पूरी रात ग्रामीण टॉर्च लेकर खेतों में खुदाई करते रहे और सोना-चांदी खोजने में जुटे रहे। मौके पर भारी अफरा-तफरी का माहौल रहा। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया।
ग्रामीणों ने दी जानकारी
प्रधानपति पदुमनारायन सोनी के मुताबिक, मंझनपुर तहसील के सेंगहरा गांव में शुक्रवार की शाम खजाना मिलने की खबर ने गांव वालों में सनसनी फैला दी. दरअसल, पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के सेंगरहा गांव में अंत्येष्टि स्थल निर्माण के लिए खोदाई कराई जा रही थी. खोदाई के दौरान एक पुरानी कसहड़ी निकली, जिसमें पुराने सिक्के भरे हुए थे. खजाने की भनक लगते ही अंत्येष्टि स्थल पर सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हो गए.
बताया जा रहा है कि इस दौरान गांव वालों के बीच सिक्कों को लेकर विवाद भी शुरू हो गया. खुदाई के दौरान मिली कसहड़ी को ग्राम प्रधानपति मौके से लेकर घर चले गए, हालांकि बाद में उन्होंने ये सिक्के पुलिस को सौंप दिए हैं. घर ले जाते समय कसहड़ी से कुछ सिक्के गिर गए थे, जिन्हें ग्रामीणों ने उठा लिया. बताया जा रहा है कि ये सिक्के पीली और सफेद धातु के सन् 1857 से लेकर के 1906 के पुराने रुपये के आकार के थे. सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे ग्रामीणों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया.
जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी ने बताया कि खजाना मिलने की जानकारी मिली है. खजाने को पुलिस के सपुर्द करवा दिया गया है. मामले की जानकारी पुरातत्व विभाग को दी गई है. इस मामले में पुरातत्व विभाग आगे की कार्रवाई कर यह बताएगा कि आखिर खजाना किस शासनकाल का और किसका है.
पश्चिम शरीरा थानाध्यक्ष त्रिलोकी नाथ पांडेय ने बताया कि खोदाई के दौरान मिले सिक्के को कब्जे में लेकर पुरातत्व विभाग को सूचित कर दिया गया है. पुरातत्व विभाग के निर्देश के अनुसार आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी