News By-नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: एक ओर उत्तर प्रदेश सरकार ग्रामीण इलाकों को 18 से 20 घंटे तक निर्बाध बिजली आपूर्ति का दावा कर रही है, वहीं दूसरी ओर जनपद में इन दावों की सरेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों मात्र 12 से 14 घंटे ही बिजली आपूर्ति की जा रही है, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि भीषण गर्मी में बिजली की लगातार कटौती ने जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। बच्चों की पढ़ाई कार्य प्रभावित हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में न तो समय पर बिजली आती है और न ही विभाग द्वारा कोई स्पष्ट जानकारी दी जाती है। सबसे बड़ी बात यह है कि शासन की ओर से स्पष्ट आदेश हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में कम से कम 18 घंटे बिजली दी जाए, लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही व उदासीनता से यह आदेश केवल कागज़ों तक ही सीमित रह गया है। जनता का कहना है कि यदि हालात ऐसे ही बने रहे तो उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। वहीं सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर प्रदेश सरकार के आदेश को आखिर कौशाम्बी विद्युत विभाग कैसे नजरअंदाज कर रहा है। क्या सरकार इस अनदेखी पर संज्ञान लेगी या फिर कौशाम्बी की जनता यूँ ही अंधेरे में भटकती रहेगी।