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एनडी कॉन्वेंट स्कूल एंड कॉलेज के छात्रों ने आतंकवाद के खिलाफ उठाई आवाज, पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को दी श्रद्धांजलि

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News By-नितिन केसरवानी

कौशाम्बी। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए अमानवीय आतंकी हमले में निर्दोष नागरिकों की मृत्यु ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के विरुद्ध एनडी कॉन्वेंट स्कूल एंड कॉलेज भरवारी के छात्र छात्राओं ने आतंक के खिलाफ एकजुट होकर शांतिपूर्ण सभा का आयोजन किया और इस क्रूर कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की।छात्र छात्राओं ने पोस्टर, चित्रों और संदेशों के माध्यम से अपनी संवेदना प्रकट करते हुए शहीद हुए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह आयोजन न केवल शोक प्रकट करने का माध्यम था, बल्कि युवाओं की ओर से यह संदेश भी था कि वे किसी भी प्रकार के आतंकवाद को स्वीकार नहीं करेंगे।

सभा में उपस्थित संस्थान के चेयरमैन एवं निवर्तमान विधायक संजय कुमार गुप्ता ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आतंक कभी किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। युवाओं को इसके खिलाफ जागरूक होना और समाज में शांति एवं सौहार्द का संदेश फैलाना जरूरी है।संस्थान की डायरेक्टर श्रीमती सीमा पवार ने अपने भावपूर्ण संदेश में कहा कि आज की पीढ़ी को सहनशीलता, करुणा और एकता के मूल्यों को आत्मसात करना होगा। आतंकवाद मानवता पर धब्बा है, और हम सभी को मिलकर इसके विरुद्ध आवाज बुलंद करनी चाहिए।”

प्रधानाचार्य डॉ. मयंक कुमार मिश्रा ने अपने वक्तव्य में कहा, “छात्रों की यह पहल प्रशंसनीय है। शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाना भी उसका महत्वपूर्ण हिस्सा है।”इस मौके पर विद्यालय के कोऑर्डिनेटर नितेश सिंह एवं अन्य शिक्षकों ने भी छात्रों के साथ मिलकर मौन धारण किया और अपने विचारों के माध्यम से शांति, एकता और मानवता का संदेश समाज तक पहुंचाया।

सभा के अंत में सभी उपस्थितों ने आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट होकर प्रतिज्ञा ली कि हम सभी भारत के जागरूक नागरिक होने के नाते यह संकल्प लेते हैं कि किसी भी प्रकार के आतंक, हिंसा या अमानवीयता को सहन नहीं करेंगे। हम शांति, सद्भाव और मानवता के मार्ग पर चलकर समाज को जागरूक करेंगे और आतंकवाद के विरुद्ध अपने विचारों से एक सशक्त माहौल तैयार करेंगे।एनडी कॉन्वेंट स्कूल एंड कॉलेज की यह पहल न केवल संवेदना का परिचायक है, बल्कि यह दर्शाती है कि शिक्षा के मंदिरों में तैयार हो रही नई पीढ़ी एक सशक्त, जागरूक और जिम्मेदार भारत की नींव रख रही है।

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