संविधान गौरव सम्मान कार्यक्रम शिक्षा जगत और वनों को लेकर चिंता जाहिर की ,मुझे महामहिम राज्यपाल के बगल में बैठने का मिला मौका-नरेंद्र शिवाजी पटेल
संविधान गौरव सम्मान कार्यक्रम शिक्षा जगत और वनों को लेकर चिंता जाहिर की ,मुझे महामहिम राज्यपाल के बगल में बैठने का मिला मौका-नरेंद्र शिवाजी पटेल
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
रायसेन।प्रदेश के महामहिम राज्यपाल मंगुभाई पटेल रायसेन जिले की सिलवानी तहसील केआदिवासी बहुल ग्राम प्रतापगढ़ पहुंचे। शनिवार को मप्र के राज्यपाल के मुख्य आतिथ्य में प्रतापगढ़ में संविधान गौरव सम्मान
कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो, स्वास्थ्य राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल,कलेक्टर अरुण विश्वकर्मा, एसपी पंकज पांडे जिपं सीईओ अंजू पवन भदौरिया सिलवानी एसडीएम पीसी शाक्या भी उपस्थित रहे ।आज प्रतापगढ़ वनांचल में मध्यप्रदेश शासन की मुखिया महामहिम राज्यपाल मंगुभाई पटेल समय पर पहुंचे और क्षेत्र के दुख दर्द को नजदीकी से जाना।
संविधान गौरव दिवस 2025 मध्य प्रदेश के जनजाति समाज के सामाजिक और संस्कृतिक उन्नयन के लिए संविधान का 75वां दिवस मनाया गया।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल राजपाल ने शिक्षा को लेकर के काफी बड़ा तंज कसा और कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने किताब को महत्व दिया है। और कहा कि हर व्यक्ति के हाथ में किताब होना चाहिए। जिससे वह आगे बढ़ सकते हैं ।संविधान के रचयिता भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर को लेकर के कहा कि आज संविधान के बदौलत से हम सारे लोग यहां तक पहुंचे हैं।
वनों की बेरहमी से कटाई पर जताई चिंता….
वनों की बेरहमी से हो रही अवैध कटाई को लेकर के उन्होंने चिंता जाहिर की ।और कहा वन में अचार चिरौंजी महुआ कि कटाई पर सख्ती से रोक लगाई जाना चाहिए। वन है तो हमारा जीवन है वन है तो जल है इस तरह से संविधान और समाज को लेकर के वर्तमान समय में चिंता जाहिर की है।
संवैधानिक अधिकार से मिला समानता का अधिकार….
और कहा है हमारा मौलिक संवैधानिक अधिकार सबको बराबरी से मिलने वाले अधिकार है। जब तस्वीर उनके हाथ में दी गई थी उसे तस्वीर को उन्होंने गौर से देखा और उसे तस्वीर के बारे में कहा कि हमारे समाज को बिरसा मुंडा जी, रानी दुर्गावती जी, राजा शंकर शाह, कुंवर रघुनाथ शाह जैसे लोगों ने हमारे समाज की रक्षा के लिए अपने आप को बलिदान हो गए।
छात्रावास की दुर्दशा पर राज्यपाल मंगु भाई पटेल ने जताई नाराजगी….
हेलीपैड पर उतरते ही सामने सरकारी कन्या छात्रावास को देखकर चिंता जाहिर की। इस बात को मंच के ऊपर राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने मंच पर रखी और उन्होंने कहा कभी मुझ पर लोग तंज कसते थे कि गोबर ठोकने वाले विधायक बनेंगे क्या। और आज मुझे महामहिम राज्यपाल महोदय के बगल में बैठने का मौका मिला ।यह शिक्षा संस्कार का कमाल है। उन्होंने केंद्र सरकार के मुखिया पीएम नरेंद्र मोदी की भाषण में कई बार जिक्र किया। और कहा मैं उनका बहुत आभारी हूं कि मुझे इस लायक समझा और मुझे पहली बार में ही राज्य मंत्री त् का दर्जा मिला ।यह सब शिक्षाऔर संस्कार का ही कमाल है। और बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर का हमारे ऊपर बहुत बड़ी मेहरबानी है।
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो 2021की घटना पौड़ी खमरिया की घटना को दोहराते हुए कहा कि हम लोग आदिवासियों को दुख दर्द जानने के लिए इस क्षेत्र में आए हैं। शिक्षा के सवाल को लेकर उन्होंने कहा शिक्षा बस शेरनी का दूध है जिसको पीने के बाद व्यक्ति बलवान बन जाता है
। हमारे देश की मुख्य पद पर बैठी महामहिम राष्ट्रपति महोदय द्रोपति मुर्मू एक शिक्षक थीं और शिक्षक से लेकर के राष्ट्रपति के सर्वोच्च पद पर पहुंची ।यह सब भारत के संविधान का कमाल है और बाबा डॉ भीमराव अंबेडकर जी की मेहरबानी है।
सागौन पेड़ों की कटाई चिता का विषय-प्रियंक कानूनगो
वनों को लेकर के चिंता जाहिर की और कहा कि एक सागौन का पेड़ 20 वर्ष में परिपक्व होता है और जहां जंगल समाप्त होता है वहां आदिवासी स्वत ही समाप्त हो जाता है ।उन्होंने सीधी सीधी बात करते हुए कहा की दलित भाई बहनों की जमीनों को लेकर कई मामले आए हैं ।दूसरे लोग कौली बटाई पर रखे हुए हैं ।और गरीबों की जमीनों पर अवैध तरीके से कब्जा कर रहे हैं। इसलिए अगर सवर्ण जाति के लोग ही जमीनों को कौली बटिया लेते तो उन्हें दोबारा नहीं देने का काम किया जाए।
खमरिया गोलीकांड के परिजनों का किया सम्मान….
कार्यक्रम के बीच में सबसे पहले उन परिवारों को सम्मानित किया गया जिनकी खमरिया गोली काण्ड में मौत हुई स्वर्गीय राजू आदिवासी की पत्नी
और एक और बुजुर्ग महिला को सिलाई मशीन देकर के एक संस्थान सम्मानित किया ।और पूरा खर्चा उठाने की जवाबदारी ली।
दो दर्जन से अधिक लोगों का हुआ सम्मान राजकुमार, पवन खरे ,दुर्गेश सिंह, सुनील आदिवासी ,आनंद अहिरवार, प्राण सिंह अहिरवार ,राकेश सूर्यवंशी, उमा अहिरवार ,सरदार सिंह पोर्ते, भागचंद उईके, कृष्णा कुबरे, दिनेश नरगावे ,रामदास ककोडिया,डॉक्टर अंजना मर्सकोले,जीएस मर्सकोले असरत धुर्वे ,रामविलास ,प्रेमदास भरोसे ,सुमन दीदी,समाजसेवी मनोहर मेहरा, आदित्य चावला, आशीष ठाकुर आदि लोगों को मंच पर सम्मानित किया गया।