कमिश्नर- कलेक्टर ने किया मझौली तहसील कार्यालय का सघन निरीक्षण।
उमस भरी गर्मी में बरामदे में खड़ेझ रहकर संवेदनशीलता के साथ सुनी लोगों की फरियाद।
*अरविंद सिंह परिहार सीधी*
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे राजस्व महाभियान के समुचित क्रियान्वयन को लेकर विगत 23 जुलाई को कमिश्नर रीवा बीएस जामोद संभाग रीवा एवं कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी जिला सीधी मझौली तहसील पहुंच लगभग दो से तीन घंट तक रह व्यवस्थाओं एवं प्रकरणों की फाइलो का सघन निरीक्षण करते हुए अभियान के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।इस दौरान निरीक्षण कर वापस जाते समय बिना पंखों युक्त तहसील के बरामदे में उमस भरी गर्मी सहन करते काफी समय से इंतजार कर बैठो लोगों की फरियाद बड़े संवेदनशीलता के साथ बरामदे में ही खड़े रहकर सुनी तथा समस्या समाधान के आश्वासन दिए। जहां फरियाद सुनाने आए लोग कमिश्नर- कलेक्टर की सराहना करते देखे गए।
बताते चले कि 23 जुलाई मंगलवार को लगभग 11.30 बजे के करीब पहुंचे कमिश्नर व कलेक्टर द्वारा 2.30 बजे लगभग तीन घंटे तक तहसील एवं नायब तहसील कार्यालय के साथ उपखंड कार्यालय के पेंडिंग पुराने प्रकरण के फाइलों का सघन निरीक्षण करते हुए पेंडिंग का कारण जाना। खबर है कि प्रकरणों के सही समय पर निपटारा न होने व व्यवस्था को लेकर नाराजगी भी जताई गई है।वही मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचे लोग जनसुनवाई संचालित न होने पर कमिश्नर -कलेक्टर के आने की जानकारी जिन लोगो को लगी तहसील कार्यालय में उमस भरी गर्मी सहन करते हुए बरामदे में दो से तीन घटे बैठे रहकर कमिश्नर -कलेक्टर को आवेदन देकर अपनी फरियाद सुनते देखें गए जिनकी फरियाद कमिश्नर -कलेक्टर द्वारा पंखों विहीन बरामदे में उमस भरी गर्मी में घण्टों खड़े होकर बड़े संवेदनशीलता के साथ सुनते हुए समस्या समाधान का आश्वासन दिए।
अब देखना होगा जबकि मझौली तहसील विगत कुछ महीनों से अधिकारियों कर्मचारियों के कार्य प्रणाली से चर्चित है। अभी हाल ही में आर आई द्वारा हरिजन परिवारों से जमीन के नक्शा तरमीन एवं सीमांकन के लिए फीस के नाम पर तहसील कार्यालय में ही तीन किस्तों में अलग-अलग दिन में 15000 रुपए वसूली गई थी जिसका वीडियो वायरल होने पर पूरे प्रदेश भर में मझौली तहसील की चर्चा है।जिसका निरीक्षण सघनता के साथ कमिश्नर कलेक्टर द्वारा किया गया है इस निरीक्षण की गाज किन-किन अधिकारियों कर्मचारियों पर गिरती है? हालां कि अभी तक जो भी जानकारी मिली है अपुष्ट सूत्रों के द्वारा ही दी गई है। लेकिन अधिकारियों कर्मचारियों के होस भी उड़े दिखाई दे रहा हैं।