जिले में दस्तक अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर दुबे ने अधिकारियों को दिए
मध्य प्रदेश जिला रायसेन
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
दिशा-निर्देश
दस्तक अभियान के द्वितीय चरण का आयोजन 30 जनवरी से 28 फरवरी तक
रायसेन 24 जनवरी 2024
जिले में 30 जनवरी से 28 फरवरी तक दस्तक अभियान के द्वितीय चरण के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर अरविंद दुबे की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग की जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न हुई। दस्तक अभियान वर्ष 2023-24 के द्वितीय चरण के अन्तर्गत बाल्यकालीन बीमारियों में कमी लाने हेतु भारत शासन द्वारा 9 माह से 5 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों को वर्ष में दो बार विटामिन ‘ए’ घोल के अनुपूरण कराये जाने के दिशा-निर्देश दिये गये हैं।
बैठक में कलेक्टर दुबे ने निर्देश दिए कि अभियान के तहत लक्षित 06 माह से 05 वर्ष तक की आयु के बच्चों की विकासखण्ड स्तर पर सूची बनाई जाए। इसमें दूरस्थ अंचल मंजरों-टोलों में निवासरत बच्चे भी अनिवार्य रूप से शामिल हों जिससे कि उनका टीकाकरण सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि बाल मृत्यु दर में कमी लाने के लिए दस्तक अभियान में 5 वर्ष तक के बच्चों में प्रमुख बाल्यकालीन बीमारियों की सक्रिय पहचान और प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए।
अभियान में एएनएम, आशा और आँगनवाड़ी कार्यकर्ता का संयुक्त दल 5 वर्ष उम्र तक के बच्चों वाले परिवारों के घर जाकर बच्चों की स्वास्थ्य जाँच कर बीमारियों की पहचान उचित उपचार तथा प्रबंधन सुनिश्चित करेगा। मुख्य रूप से शैशव एवं बाल्यकालीन निमोनिया की पहचान प्रबंधन और रेफरल गंभीर कुपोषित बच्चों की सक्रिय पहचान रेफरल और प्रबंधन 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों में गंभीर एनीमिया की सक्रिय स्क्रीनिंग और प्रबंधन आदि गतिविधियाँ दस्तक दल द्वारा की जाएगीं। दस्तक दल गृह भेंट के दौरान आंशिक रूप से टीकाकृत और छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करेगा।
बैठक में सीएमएचओ डॉ दिनेश खत्री ने बताया कि दस्तक अभियान के द्वितीय चरण का आयोजन 30 जनवरी से 28 फरवरी के दौरान किया जाएगा। द्वितीय चरण के आयोजन के दौरान स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के मैदानी कार्यकर्ताओं द्वारा 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों का विटामिन ‘ए’ अनुपूरण एवं दस्तक अभियान प्रथम चरण में 6 माह से 5 वर्ष के चिन्हित एनीमिक बच्चों में डिजिटल हीमोग्लोबनोमीटर से हीमोग्लोबिन की फालोअप जांच एवं प्रबंधन की सेवाएं प्रदान की जाएंगी।