नितिन केसरवानी
पिपरी/कौशांबी….पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी बृजेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा 3 मई शनिवार को थाना पिपरी स्थित कार्यालय और आवास के जीर्णोद्धार एवं सौंदर्याकरण के उपरान्त शिलापट का अनावरण करते हुए फीता काटकर उद्घाटन किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा थाना पिपरी के ग्राम चौकीदारो को सम्मानित किया गया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गयी। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी राजेश कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी चायल सत्येन्द्र प्रसाद तिवारी, सदर क्षेत्राधिकारी शिवांक सिंह, थाना प्रभारी पिपरी सिद्धार्थ सिंह , थानाध्यक्ष करारी विनीत सिंह, थानाध्यक्ष सैनी बृजेश करवरिया, थानाध्यक्ष सराय अकिल सुनील सिंह, थानाध्यक्ष संदीपन घाट विजेंद्र सिंह व थाना पिपरी के समस्त कर्मचारीगण के साथ तमाम पुलिस कर्मी और पत्रकार बंधु भी उपस्थित रहे।
अक्सर सरकारी भवन अक्सर बजट के मोहताज होते हैं, और थाने—तब तक सुधारे नहीं जाते जब तक कोई “ऊपर से हुक्म” न आए। लेकिन इस बार हुक्म ऊपर से नहीं आया, बल्कि संकल्प नीचे से उठा—सीधे थानाध्यक्ष पिपरी सिद्धार्थ सिंह के दिमाग के संकल्प से । थानाध्यक्ष पिपरी सिद्धार्थ सिंह ने न किसी आदेश की प्रतीक्षा की, न ज्यादा अनुदान की माँग की। उन्होंने जिस जर्जर थाने को देखा, वहाँ से उनका आत्मसम्मान आहत हुआ। बोले—”जहाँ जनता न्याय की आस लेकर आती है, वहाँ खुद दीवारें गिर रही हों, तो व्यवस्था का क्या मोल रहेगा?”सीओ चायल सत्येंद्र प्रसाद तिवारी ने जब यह देखा कि एक दरोगा अपना थाना अपने खून-पसीने से गढ़ रहा है, तो उन्होंने सिद्धार्थ की राह को सिर्फ़ प्रशंसा नहीं दी—बल्कि प्रशासनिक आधार भी दिया। फंड मिले, संसाधन जुटे, पर सबका केंद्र रहा—सिद्धार्थ सिंह की संकल्पशक्ति।
विशिष्ट अतिथि अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने भी इस भावुक आयोजन को ऐतिहासिक कहा।
थाने के आँगन में गूंजते सुंदरकांड की चौपाइयाँ और आत्मीय भोजन ने यह जता दिया कि थाना अब भय का नहीं, भरोसे का प्रतीक है।