तिरंगे बिन सुना रहा कार्यालय नहीं फहराया गया तिरंगा।
रिपोर्टर – मो. रागिब खान
स्थान – बलरामपुर
रामानुजगंज – सरकारी तंत्र राष्ट्रीय पर्व को लेकर कितना गंभीर है, इसका उदाहरण गणतंत्र दिवस पर देखने को मिला। भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) रामानुजगंज के भवन पर राष्ट्र ध्वज नहीं फहराया गया। और ना ही भवन के अंदर साफ सफाई की गई इसे लेकर सरकारी कर्मचारियों की उदासीनता स्पष्ट नजर आई। तिरंगे के बिना सुना नजर आया ।
26 जनवरी को पूरे भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इस दिन हमारा देेश गणराज्य बना था। इसी दिन हमारा संविधान देश में लागू हुआ था। आज से 76 साल पहले 26 जनवरी 1950 को इसे गणतंत्र दिवस के रूप में चुना गया। तब से लेकर अब तक हम हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हैं। लेकिन हमारे देश मे संविधान लागू होने के सात दशक बाद हम अपने वतन के उस महान दिन को भूलते जा रहे हैं। प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के पर्व पर सभी सरकारी, अर्द्धसरकारी सहित तमाम लोग अपने प्रतिष्ठानों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर राष्ट्रगान गया जाता है जिससे सभी भारतीय स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते हैं, लेकिन सरकारी तंत्र की शिथिलता पर कहीं न कहीं नजर जरूर जाती है। पूरे देश में गणतंत्र दिवस के वर्षगांठ पर सार्वजनिक अवकाश घोषित रहता है। यह अवकाश इसीलिए होता है कि हम इस पर्व को मिलजुलकर मनाएं, लेकिन सरकारी तंत्र छुट्टी का लाभ उठाकर अपने कर्तव्य को ही भूलता जा रहा है। यह कर्मचारी अपने कार्यालय भवनों तक आना भी अपनी ड्यूटी नहीं समझते। ऐसा ही मामला बलरामपुर जिले के रामानुजगंज का है जहां भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) कार्यालय भवन मे राष्ट्र ध्वज फहराने और राष्ट्रगान से वंचित रह गया नाहीं कार्यालय परिसर की साफ सफाई की गई और कार्यालय में ताला लटका रहा।
वार्ड के पार्षद अशोक गोण ने बताया कि पिछले साल भी 15 अगस्त के मौके पर यहां झंडा नहीं फहराया गया था और इस साल भी 26 जनवरी के मौके पर कार्यालय में झंडा नहीं फहराया गया जो काफी निंदनीय है।
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