लंबित वेतन समझौता से नाराज श्रमिक संघ ने एनएमडीसी को दी सीधी कार्यवाही की चेतावनी’
किरंदुल: एनएमडीसी किरंदुल परियोजना के कर्मचारी 3 वर्षों से लंबित अपने वेतन समझौते को लेकर काफी आक्रोशित है। जिसके तहत परियोजना के दोनों श्रमिक संघ “संयुक्त खदान मजदूर संघ” एवं ‘मेटल माईन वर्कर्स यूनियन” ने संयुक्त रूप से आज शाम किरंदुल परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक संजीव साही को सीधी कार्यवाही हेतु ज्ञापन दिया। श्रमिक संघ एसकेएमएस के अध्यक्ष देवरायलू में जानकारी दी कि एनएमडीसी कर्मचारीयों से संबंधित वेतन समझौता 1 जनवरी 2022 से लंबित है। 8 अगस्त 2024 को द्विपक्षीय समिति द्वारा समझौता करने के पश्चात निदेशक मंडल द्वारा सितंबर 2024 में इसकी मंजूरी दे दी गई थी। एवं पुष्टि हेतु एनएमडीसी प्रबंधन द्वारा इस्पात मंत्रालय को भेजा गया था। इस संदर्भ में श्रम संघों ने दिनांक 15 नवंबर 24 को हैदराबाद में माननीय इस्पात सचिव को ज्ञापन भी सौंपा था। लेकिन इसके बावजूद इस्पात मंत्रालय द्वारा आज तक वेतन समझौते पर पुष्टिकरण नहीं दिया गया। देवरायलु ने कहा कि श्रम संघों के संयुक्त प्रयास से ही इस एनएमडीसी ने 1967 – 68 में अपना सफर 4 मिलियन उत्पादन करते हुए वर्ष 2023 – 24 में 45.10 9 मिलियन टन उत्पादन का नया कीर्तिमान स्थापित करके देश में अग्रणी स्थिति बनाए रखे हुए हैं। इसके साथ ही इस्पात मंत्रालय के निर्देशानुसार 2030 तक 100 मिलियन टन की अपने महत्वकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के की दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं, और वेतन समझौते की देरी के कारण एनएमडीसी कर्मचारियों में असंतोष एवं आक्रोश व्याप्त है। जिससे औद्योगिक संबंध धूमिल होने की स्थिति उत्पन्न हो गई है। हमारी मांग है कि श्रमिक संघ का वेतन समझौता तत्काल लागू किया जाए, परियोजना में कर्मचारियों की बहुत ज्यादा कमी होने के कारण स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ रहा है इसके लिए कर्मचारियों की भर्ती तत्काल की जाए, ठेका श्रमिकों का समझौता 1 अप्रैल 2024 से लंबित है जिसपर पर तत्काल विपक्षीय चर्चा प्रारंभ की जाए, प्रबंधन द्वारा दृपक्षीय समझौते उल्लंघन करना तत्काल बंद किया जाए। हमारी एनएमडीसी प्रबंधन से आग्रह है कि तत्काल इन बिंदुओं पर संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्रवाई करें अन्यथा श्रमिक संघ सीधी कार्यवाही हेतु बाध्य होगी। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी। इस अवसर पर श्रमिक संघ एसकेएमएस के अध्यक्ष देवरालू, कार्यकारीअध्यक्ष रोशन मिश्रा, कार्यालय सचिव नामदेव, संगठन सचिव सुमित धर, श्रमिक संघ इंटके के सचिव ए के सिंह, अध्यक्ष विनोद कश्यप, कार्यकारी अध्यक्ष चिन्नास्वामी एवं दोनों ही श्रमिक संघ के सैकड़ो मजदूर साथी उपस्थित थे।