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रेत माफियाओं के अभेद किले व सिस्टम को तोड़ नहीं पा रहा जिला प्रशासन बेतवा नदी में रात

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रेत माफियाओं के अभेद किले व सिस्टम को तोड़ नहीं पा रहा जिला प्रशासन बेतवा नदी में रात

 

*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*

 

 

के अंधेरे में भी जारी है पानी के बीच से रेत निकालने का काम,रेत माफिया गिरोह जमकर कर रहा धड़ल्ले से माइनिंग विभाग रेत माफियाओं की गठजोड़ से कमाई का हो रहा खेल

 

रायसेन।क्षेत्र की प्रमुख नदी बेतवा के घाटों से अवैध बजरी लोकल रेत का उत्खनन का खुलेआम कमाई का खेल बदस्तूर जारी है।जिला प्रशासन और माइनिंग विभाग के अधिकारियों के सिस्टम में झोल का भरपूर फायदा रेत माफिया गिरोह उठा रहा है।आलम यह है कि इन दिनोंबेतवा नदी में इस प्रकार नाव चल रही जिनसे दिनरात रेत निकालने का काम किया जा रहा है।

 

 

जिले में क्षेत्रीय दुर्दशा का शिकार नदियां जो अच्छी हालात में वहां भी नहीं ध्यान दिया जा रहा है।बेतवा नदी के अलावा कौड़ी कंवारी इक्यावन नदी बारना रीछन नदियों में अवैध रूप से लोकल रेत का उत्खनन कार्य लगातार किया जा रहा है ।

जिला मुख्यालय के समीप बेतवा नदी दो दशक से कायाकल्प की बाट जोह रही है और दुर्दशा का शिकार हो रही है। इसके अलावा अन्य छोटी सहायक नदियां भी प्रदूषण का शिकार हो रही है और अवैध खनन व परिवहन भी जोरों पर चल रहा है। सिर्फ बेतवा बारना ही ऐसी नदी है जिसमें जलस्तर अच्छा बना हुआ है। यह बड़ी नदी लेकिन अब इसमें भी माफियाओं का इस कदर बोलबाला है कि जिले की बेतवा रीछन नदियों को हर दिन प्रदूषित कर रहे है और इसमें जलीय जीवों पर संकट तक खड़ा कर दिया है। इसके बाद भी प्रशासनिक अधिकारी व खनिज विभाग के अधिकारी इसे देखने को भी तैयार नहीं हो रही है। इसी कारण अनवरत रेत निकालने का काम चल रहा है।

रायसेन जिले से गुजर रही बेतवा,बारना नदी पर रेत माफियाओं की नजरें हटने का नाम नहीं ले रही है।बेतवा नदी के जाखा पुल भोपाल रोड़ ,मकोडिया बेतवा नदी घाट, सेवासनी घाट कौड़ी मोरी बेतवा नदी घाट पगनेश्वर घाट आदि पर रेत उत्खनन परिवहन का खेल चल रहा है।

पहले तो नदी के किनारे लेकिन अब बेतवा नदी में पानी की लहरों पर भी रेत माफियाओं का राज है। यह सबकुछ राजनीतिक संरक्षण में खुले रुप में चल रहा है।लेकिन जिला प्रशासन से लेकरजिला खनिज विभाग का अमला इनके आगे पंगु बना हुआ है। इनके अवैध सिस्टम व रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन को कोई रोक नहीं पा रहा है। रात के समय भी नदी से रेत निकालने का काम चल रहा है।कही कही बेतवा नदी के घाटों पर धडल्ले से रेत उत्खनन का काम चलता है।

 

बेतवा नदी और बारना नदी बांध का बैकवॉटर जिले में कई क्षेत्रों तक आता है और बेतवा नदी के स्टाप डेमों की गहराई अधिक होने से यहां रेत भी खूब है और माफिया की तकनीकि भी ऐसी की मशीनों का जुगाड़ नदी की लहरों पर जमा कर दिनरात रेत निकालने का काम कर रहे है। हौंसले भी इतने बुलंद की वह किसी की नजरों से बचने की भी जरूरत भी नहीं है।

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