मध्यप्रदेश के इतिहास में संभवत: पहली बार हरदा जिले मे मिक्स जेन्डर क्रिकेट – समावेशी कप 2024 का कल स्थानीय नेहरू स्टेडियम पर समापन हुआ।
मध्यप्रदेश के इतिहास में संभवत: पहली बार हरदा जिले मे मिक्स जेन्डर क्रिकेट – समावेशी कप 2024 का कल स्थानीय नेहरू स्टेडियम पर समापन हुआ।
आनंद गौर हरदा जिला संवाददाता
हरदा । जिले से शामिल 56 टीमों के बीच पहले 4 राउंड के मुकाबलों के बाद ग्राम चिराखान, उनडाल, खेड़ीपुरा और निमाचा टीम ने सेमीफाइनल में जगह बनाई बनाई। सेमी फाइनल मुकबला में उधानल ने चिराखान को व निमाचा ने खेड़ीपुरा को हरा कर फाइनल में अपना स्थान सुनिश्चित किया। फाइनल मुकाबला से पहले जेंडर समानता की मशाल लिए लड़के लड़कियों ने पुरें ग्राउंड में किया फ्लैग मार्च कर हक हैं समान, सभी का है मैदान का संदेश दिया।
फाइनल मुकाबला 8 ओवर का निमाचा और उढाल के बीच खेला गया जिसमें निमाचा ने टॉस जीतकर पहले बोलिंग चुनी ओर उढाल ने पहलें बल्लेबाजी करते हुए जिसमें शिवानी के महत्वपूर्ण 23 रन की मदद से निमाचा को 68 रन का टारगेट दिया! लक्ष्य का पीछा करते हुए पूजा और शिवानी की शानदार गेंदबाजी ओर टीम के क्षेत्ररक्षण की मदद से उनडाल ने निमाचा को 59 रन पर आल आउट कर फाइनल के खिताब पर अपना कब्जा जमाया। विजेता टीम को 21 हजार उप विजेता को 10 हजार, तीसरे और चौथे स्थान पर रही टीम को 5-5 हजार की राशि और ट्रॉफी प्रदान की गई, वही सभी टीम को 500 रुपये और क्रिकेट किट प्रदान की गई।
इस पूरे टूर्नामेंट में प्लेयर ऑफ द सीरीज 189 रन और 4 विकेट के साथ टीम निमाचा से पिंकी रही। बेस्ट बॉलर का खिताब खेड़ीपुरा टीम से 14 विकेट के साथ मानसी को मिला है। बेस्ट कीपर सिराली टीम से युवराज रहें। बेस्ट फील्डिंग की ट्राफी उढाल टीम से अभिषेक को दिया गया। बेस्ट कैच के लिए फाइनल में अपनी टीम के लिए बाउंड्री लाइन पर पूजा द्वारा लिए गए कैच को चुना गया! पूरे कार्यक्रम को देखने के लिए दिनभर लोगों जुडते रहे और लगभग ५००० लोग इस टूर्नामेंट के साक्षी बने।
कार्यक्रम मेंन मुख्य अथिति के रूप मे राजेश वर्मा अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी हरदा, खुदिया पंचायत सरपंच राहुल शाह, मोहन जी समारोह परिसर, रितेश जी रितेश मेन्स वियर, वरिष्ठ समाज सेवी गोविंद जी पालीवाल, संजय ढाका जी, सिनर्जी संस्थान CEO विमल जाट, सह संस्थापक विष्णु जायसवाल शामिल रहे । इस टूर्नामेंट में सफल आयोजन में स्वायकसेवक अमन वर्मा, नीलेश, जगदीश, शाहिल, विराट, पहलाद, प्रवीण जी और पूरी सिनर्जी संस्थान टीम की टीम
समावेशी कप के बारे में-
सिनर्जी संस्थान ने इस टूर्नामेंट को 60 गांवों के लड़कों और लड़कियों को एक साथ आने का मंच बनाने के लिए एक माध्यम के रूप में चुना है, जिसमें कुल 56 टीम के 728 खिलाड़ी मैदान में उतरे हैं। एक टीम में 4 लड़के और 7 लड़कियां खेली, लड़किया कप्तान और उप कप्तान की भूमिकाओ मे रही। गेदबाज़ी और बल्लेबाजी की शुरुआत लड़कियों के द्वारा की गई। मैच के दौरान ग्राउंड में एक लड़का व लड़की अंपायर की भूमिका में रहे। १९ वर्ष के कम उम्र के लड़के इस प्रतियोगिता का हिस्सा बने, वही लड़कियों के लिए उम्र का कोई बंधन नहीं था।
समावेशी कप के उद्देश्य –
यह टूर्नामेंट न केवल खेल क्षेत्र में समानता की मिसाल दे रहा है, बल्कि यह भी बता रहा है कि कोई भी समाज में किसी भी कारण से प्रतिबंधित नहीं होना चाहिए। टूर्नामेंट के माध्यम से सिद्ध होता है कि खेल में जेंडर का कोई महत्त्व नहीं होता, और यह सामाजिक परिवर्तन की ऊर्जा को बढ़ावा देने में एक साधन हो सकता है। समाज में लड़कियों के खेलने को लेकर अभी भी कई सांस्कृतिक अवस्थाएं हैं, लेकिन इस टूर्नामेंट ने इसे बदलने की कड़ी में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। समवेशी कप नामक इस टूर्नामेंट ने खेल की सामाजिक दृष्टिकोण को बदलकर समाज में समरसता और समानता की ऊर्जा को मजबूत किया है। यह टूर्नामेंट समाज में एक सामूहिक उद्यम की शुरुआत है, जो समरसता, समानता, और समाज में बदलाव की दिशा में एक प्रेरणास्त्रोत बन रहा है।
युवाओ की राय इस आयोजन के बारे में-
मैच में भाग लेने वाले खिलाड़ी बता रहे हैं कि इसमें उन्हें न केवल खेलने का मौका मिल रहा है, बल्कि यह भी एक सामाजिक संदेश का हिस्सा है। इस आयोजन से हर कोने में लैंगिक समानता की महत्वपूर्णता को समझाने में मदद मिलेगी और लोग इसे एक सामूहिक उत्सव के रूप में देखेंगे। युवा साथी बताते हैं कि प्रारंभ में बालिकाओं के परिजनों को क्रिकेट खेलने के लिए राजी कराने में बहुत दिक्कत आई। उत्साहित लड़कियों और युवाओं ने परिजनों को बहुत समझाया। इसके बाद ही क्रिकेट खेलने की अनुमति मिली। बाधाएं यहीं समाप्त नहीं हुई, परिजनों के बाद समुदाय ने आपत्ति की। पुरुषों जैसे कपड़े पहनकर क्रिकेट खेलना उन्हें गंवारा नहीं था। मैदान में भी लड़के फब्तियां कसते थे। लेकिन लड़कियों ने धैर्य और साहस का परिचय दिया और युवा इस टूर्नामेंट को आयोजित करने में सफल रहे। पहली बार पैसे की काफी दिक्कत आई, लेकिन धीरे-धीरे हालात बदलते गए ।
टीमों को प्रोत्साहित करने जुड़े कई लोग
कार्यक्रम को सहयोग देने में राहुल शाह खुदिया सरपंच, अम्बे कंप्यूटर, समारोह केटर्स & परिसर, रितेश मेन्स वियर, गोपी कृष्ण गार्डन, श्री राम मेडिकल, DCB बैंक, किंग साउंड, गोयल ग्राफिक्स, राजपूत टेंट, होटल बागवान पैलेश जैसे व्यापारी ग्रामीण क्षेत्र की स्कूल, व ज़िलें की समस्त पंचायत व नगरपालिका इस आयोजन में आर्थिक सहयोग व मीडिया सहयोग के लिए हरदा फैमिली, कला संवाद फाउंडेशन हरदा का इस आयोजन क सफल बनाने हेतु सहयोग प्राप्त हुआ।
सिनर्जी संस्थान के सी ई ओ विमल जाट बताते है कि यह पूरा आयोजन हार-जीत से कहीं अधिक समता के अधिकार की पैरवी करता है। इसलिए सभी खिलाड़ी हार-जीत की भावना ऊपर उठकर मैदान में समता को जीएंगे। यह लड़कियों को समान अवसर देने का एक प्रयास है।