राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण हेतु 15 जनवरी से 29
मध्य प्रदेश जिला रायसेन
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
फरवरी तक चलाया जा रहा है राजस्व महाअभियान
रायसेन, 15 जनवरी 2024
राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण और राजस्व अभिलेख में इन्द्राज त्रुटियों को ठीक करने के उद्देश्य से प्रदेश के साथ ही रायसेन जिले में भी 15 जनवरी से 29 फरवरी 2024 तक राजस्व महाअभियान संचालित किया जा रहा है। कलेक्टर अरविंद दुबे द्वारा इस संबंध में सभी एसडीएम, तहसीलदारों को निर्देश दिए गए हैं। महाअभियान का उद्देश्य राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण, नये राजस्व प्रकरणों को आरसीएमएस पर दर्ज कराना, नक्शे पर तरमीम, पीएम किसान का सेचुरेशन एवं समग्र का आधार से ई-केवाईसी और खसरे की समग्र आधार से लिंकिंग सहित आमजन की राजस्व से संबंधित समस्याओं का निराकरण करना है।
राजस्व महाअभियान में राजस्व रिकॉर्ड का वाचन, समग्र ई-केवाईसी और समग्र से खसरे की लिंकिंग, आरसीएमएस पर प्रकरण दर्ज कराना, आरसीएमएस पर लंबित प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण, उत्तराधिकार नामांकन, सीमांकन, नक्शे में तरमीम किया जाना आदि गतिविधियां शामिल है। राजस्व महाअभियान में राजस्व रिकॉर्ड के वाचन के लिये पटवारी 15 जनवरी से 31 जनवरी तक पूर्व निर्धारित समय-सारणी के अनुसार गाँव में खसरा, बी-1 का वाचन करेंगे और आरसीएमएस पोर्टल में प्रकरण दर्ज कराएंगे। इसी प्रकार 15 जनवरी से 29 फरवरी 2024 तक राजस्व अभिलेख में सुधार, प्रकरण हेतु आवश्यक दस्तावेज एवं रिपोर्ट प्रदान करना, आधार से ई-केवायसी कराने और खसरे तथा आधार की लिंकिंग की कार्यवाही पूर्ण कराने हेतु किसानों को प्रेरित किया जाएगा।
समग्र ई-केवाईसी और समग्र से खसरे की लिंकिंग के लिये समग्र वेब पोर्टल एमपी ऑनलाइन/सीएसई के कियोस्क के माध्यम से समग्र में आधार की ई-केवाईसी कराने की सुविधा नागरिकों को निरूशुल्क उपलब्ध है। आरसीएमएस पर प्रकरण दर्ज कराने के लिये नागरिकों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुये लोकसेवा केन्द्र के अतिरिक्त अब एमपी ऑनलाइन और सीएसई के कियोस्क के माध्यम से भी आरसीएमएस पर प्रकरण दर्ज कराए जा सकते हैं। राजस्व अधिकारियों द्वारा 31 दिसम्बर 2023 की स्थिति में समय-सीमा पार कर चुके लंबित प्रकरणों को चिन्हांकित कर और न्यायालय में नियमित सुनवाई आयोजित कर नामांतरण बँटवारा, अभिलेख दुरुस्ती के प्रकरणों का निराकरण किया जाएगा। उत्तराधिकार नामांतरण में स्पष्ट किया गया है कि रिकॉर्ड में दर्ज ऐसे भू-स्वामी, जिनकी मृत्यु काफी समय पहले हो चुकी है, परंतु उनके उत्तराधिकारियों के पक्ष में नामांतरण का प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है, महाअभियान में उत्तराधिकार नामांतरण के प्रकरणों को दर्ज कर निराकरण किया जाएगा। चिन्हित प्रकरणों की सीमांकन करने की कार्यवाही महाअभियान में की जायेगी।