: सीटी बजाते हुए बच्चे पहुंचे स्कूल, सोशल मीडिया पर चला हैशटैग सीटी बजाओ*
रिपोटर मिलन पाठक
*धनबाद :* एक जमाना था जब सीटी बजाने को लोग फूहड़ता और अश्लील मानते थे। परंतु समय ने ऐसा करवट बदला कि यही अब स्कूलों में उपस्थिति में मानक बन गया है। जिले के सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए गुरुवार को सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ अभियान शुरू हुआ। विभिन्न टोलों व मुहल्ले के मॉनिटर बनाए गए बच्चे सीटी बजाते हुए आगे चल रहे थे।
सीटी की आवाज सुनकर घर से निकलकर बच्चे उसके पीछे लाइन में लगते हुए आगे बढ़ते गए। छात्र-छात्राओं में इसे लेकर काफी उत्साह देखा गया।
महत्वपूर्ण यह है कि सभी स्कूलों ने विभिन्न सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर), इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब और कू ऐप में हैशटैग सीटी बजाओ के साथ बच्चों की फोटो व वीडियो को पोस्ट किया गया। सुबह 8:30 बजे से 9:30 बजे तक सोशल मीडिया पर यह ट्रेंड में रहा। वहीं प्रखंड स्तर पर बीईईओ व जिला स्तर पर डीईओ, आरइओ, एडीपीओ समेत अन्य अधिकारियों व नोडल अधिकारियों ने महाअभियान की मोनेटरिंग की। स्कूलों के सभी पोषक क्षेत्रों को अलग-अलग टोला व मुहल्ला में बांटा गया था। शिक्षकों की भी ड्यूटी लगाई गई थी। जिले के सभी क्षेत्रों में सुबह यह अभियान चला। मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी भूतनाथ रजवार ने कहा कि मुख्यालय के आदेशानुसार जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में गुरुवार को यह आयोजन हुआ। स्कूल में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने व ड्रॉप आउट पर अंकुश लगाने के लिए सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ सरकार की महात्वाकांक्षी योजना है। सभी शिक्षक इसे गंभीरता से लें। स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाएं। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।