*नौ वर्षों से करा रहे, पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण,पंडित मनोज कुमार शास्त्री,*
*दैनिक प्राईम संदेश जिला *ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला रायसेन*
बरेली। नर्मदा नदी देश की पवित्र नदियों में से एक है। इस नदी का धार्मिक और पौराणिक महत्व है पंडित मनोज कुमार शास्त्री ने कहा कि पितृ पक्ष में नर्मदा नदी में तर्पण का बेहद खास महत्व है। उन्होंने कहा कि हम सुबह 6 से 7 बजे तक, विधि विधान नित्य पूजा करवाते हैं, पंडित मनोज कुमार शास्त्री ने बताया कि 9 वर्षों से लगातार नर्मदा मां के तट पर आकर तर्पण करवाते हैं, नर्मदा नदी के बारे में एक मान्यता राजा इंद्र से जुड़ी भी है। कहा जाता है कि रेवा के तट पर आज भी स्वयं राजा इंद्र पितृ-पक्ष के दौरान यहां तर्पण करने आते हैं और अदृश्य रूप से अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण करते हैं। हिन्दू धर्म में 16 दिन श्राद्ध पक्ष के बताएं गए हैं। इस दौरान देश भर में कई ऐतिहासिक स्थल हैं, जहां लोग अपने पूर्वजों की आत्म शांति और उनके मोक्ष के लिए तर्पण और श्राद्ध कर्म करने के लिए पहुंचते हैं। मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी के कई प्रसिद्ध घाट हैं, जहां लोग पितृ-पक्ष के दौरान अपने पूर्वजों का तर्पण करते हैं। सैकड़ों की संख्या में हमारे भक्त आकर यहां पर तर्पण करते हैं, नर्मदापुरम, सोभापुर, सुहागपुर, पचमढ़ी, पिपरिया, बरेली, मेहरा गांव, उदयगिरि, हमीरगंज, पाजरा,एवं ग्रामीण क्षेत्रों से सभी भक्त आकर तर्पण करते हैं,