New Delhi ! पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की वर्षगांठ पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मजबूत भारत के लिए सद्भावना और मानवता के विचारों को बरकरार रखना होगा। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि भारत की अवधारणा (आइडिया ऑफ इंडिया) खत्म नहीं होनी चाहिए
ममता ने कहा कि हम ‘भारत छोड़ो’ दिवस के मौके पर प्रतिज्ञा लेते हैं कि हम भाजपा को दिल्ली से निकालेंगे। उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल की उपेक्षा के खिलाफ लड़ेंगे। ममता ने कहा कि राज्यपाल का पद संवैधानिक होता है, इसकी संवैधानिक सीमाएं हैं। उन्होंने कहा कि मणिपुर में जनजातीय लोग संकट का सामना कर रहे हैं, उनकी व्यथा को सुनने वाला कोई नहीं है। ममता ने कहा कि अल्पसंख्यकों की रक्षा करना बहुसंख्यकों का कर्तव्य है।
ममता बनर्जी का ट्वीट
वहीं इससे पहले ममता ने ट्वीट किया, ‘‘आज ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की वर्षगांठ पर, मैं उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि देती हूं जिन्होंने इस महान देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ अर्पित कर दिया। हमें भविष्य में स्वस्थ, सुंदर, विश्वस्त, एकजुट, सहिष्णु, मजबूत भारत सुनिश्चित करने के लिए सद्भावना और मानवता के विचारों को हमेशा बरकरार रखना होगा। भारत की अवधारणा खत्म नहीं होनी चाहिए। जय हिंद।” राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में देश में भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत हुई और इस आंदोलन ने अंग्रेजों से आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई। आंदोलन शुरू होने के पांच वर्ष बाद 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ था।