लोकेशन – लखनादौन
पत्रकार सौरभ तिवारी
संभागीय ब्यूरो
युवाओं के प्रेरणा स्रोत बने प्रत्यूष श्रीवास्तव, डिप्टी कलेक्टर बन बढ़ाई क्षेत्र की शान
हौसला बुलंद और पाने की चाह यदि जिद बन जाय तो सब संभव है, इस बात को सच साबित करते हुए प्रत्यूष श्रीवास्तव ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग मे प्रदेश मे 10 वी रैंक हासिल कर डिप्टी कलेक्टर का महत्वपूर्ण पद हासिल करने मे सफलता पाई है. जानकारी लगते ही सामाजिक और क्षेत्रीय लोगो ने बधाई सन्देश भेजना प्रारम्भ कर दिया तो वंही दोस्तों ने मुँह मीठा करा सेल्फी लेकर अपनी ख़ुशी का इजहार किया.
*जगह जगह किया जा रहा डिप्टी कलेक्टर प्रत्युष श्रीवास्तव का जोरदार स्वागत*
प्रत्युष श्रीवास्तव के डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन होने के बाद से ही सामाजिक एवं क्षेत्रीय स्तर पर जगह-जगह स्वागत समारोह आयोजित किये जा रहे है. वंही सामाजिक लोगो मे डिप्टी कलेक्टर प्रत्यूष श्रीवास्तव के साथ सेल्फी लेने की होड़ लगी हुई है.
*चौथे अटेंप्ट में डिप्टी कलेक्टर बने प्रत्युष श्रीवास्तव*
दैनिक प्राइम सन्देश सें बात करते हुए प्रत्युष श्रीवास्तव ने बताया कि डिप्टी कलेक्टर बनने में उन्हें काफी संघर्षों का सामना करना पड़ा, 3 बार इंटरव्यू देने के बाद भी निराशा ही उन्हें हाथ लगी, लेकिन हिम्मत ना हारते हुए कड़ी मेहनत कर चौथे अटेम्प्ट में आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा को क्वालीफाई कर डिप्टी कलेक्टर का पद हासिल किया.
*प्रत्युष श्रीवास्तव का पारिवारिक परिचय*
दैनिक प्राइम सन्देश सें बात करते हुए प्रत्यूष श्रीवास्तव ने बताया कि सिवनी जिले के एक छोटे से कस्बे घन्सोर मे उनका परिवार निवास करता है, प्रत्युष श्रीवास्तव अपने घर के इकलौते बेटे हैं, उनके पिताजी मनोज श्रीवास्तव का भोजनालय का व्यापार है, साथ ही उनकी मां विगत 20 वर्षो सें शिक्षा क्षेत्र से जुड़कर अपनी सेवाएं दे रही है.
*डिप्टी कलेक्टर प्रत्युष श्रीवास्तव का शैक्षणिक परिचय*
दैनिक प्राइम सन्देश सें बात करते हुए प्रत्युष श्रीवास्तव ने बताया कि कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई सेंट ग्रेबियल स्कूल जबलपुर, एवं स्नातक की पढ़ाई देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से पूरी हुई, उसके बाद सिविल सर्विस की तैयारी इंदौर के कौटिल्य एकेडमी में पूरी की.
*युवाओं को लक्ष्य निर्धारण करने की प्रत्यूष श्रीवास्तव ने कही बात*
दैनिक प्राइम सन्देश सें बात करते हुए प्रत्युष श्रीवास्तव ने बताया कि लगातार असफलता मिलने के बाद आज की पीढ़ी उनके द्वारा निर्धारित लक्षणों से भटक जाती है और अपने उद्देश्यों को पूरा नहीं कर पाती, दैनिक प्राइम सन्देश सें बात करते हुए प्रत्युष श्रीवास्तव ने बताया कि लक्ष्य को पूरा करने के लिए हार का स्वाद चखना भी जरूरी है, पर जब आप अपने लक्ष्य को पा लेते है, तो पहले मिली हार और निराशा को हमेशा धन्यवाद कहें.
*प्रत्युष श्रीवास्तव ने परिवार और सहयोगियों का किया आभार व्यक्त*
दैनिक प्राइम सन्देश सें बात करते हुए प्रत्यूष श्रीवास्तव ने बताया कि तीन अटेम्प्ट में भी निराशा ही हाथ लगने के बाद मेरे परिवार जनों ने एवं मेरे सहयोगी दोस्तों और सामाजिक लोगो ने हमेशा मेरा उत्साह वर्धन किया, जब जब मैं निराश हुआ मेरा परिवार मेरी हिम्मत बनकर हमेशा मेरे साथ खड़ा रहा, और आज मैं जिस सफलता के पद पर खड़ा हूं उसके लिए मैं अपने परिवार जनों एवं मेरे दोस्तों का हमेशा शुक्रिया अदा करता रहूंगा.
*लखनादौन छेत्र सें जुडी यादो को भी किया सांझा*
लखनादौन मे सामाजिक लोगों के द्वारा डिप्टी कलेक्टर बनने के बाद प्रत्युष श्रीवास्तव का लखनादौन के सामाजिक लोगों के द्वारा विश्रामगृह में जोरदार स्वागत किया गया, तभी प्रत्युष श्रीवास्तव ने बताया कि लखनादौन से भी उनकी बहुत से यादें जुड़ी है, लखनादौन में खेले गए क्रिकेट की समय को भी उन्होंने याद किया और साथ में रहे दोस्तों को धन्यवाद कहां.