नगरपालिका परिषद ने विकास कार्यों के लिए शहर की 56 अवैध कॉलोनियों को किया चयनित
खबर रायसेन से
खसरों के परीक्षण की फाइल अटकी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे कॉलोनीवासी
रायसेन।रायसेन शहर की नगर पालिका परिषद द्वारा 56 अवैध को वैध करने कॉलोनियों की प्रक्रिया फाइल अधर में लटकी हुई है।कॉलोनियों को वैध करने की प्रक्रिया करीब सालभर सुस्त चाल की तरह चल रही है।इसकी वजह खसरों के मिलान परीक्षण भी बताई जा रही है।
इन कॉलोनियों में होंगे विकास कार्य
नपा ने सर्वे के दौरान चयनित की गई शहर की 56 कॉलोनियों में सबसे ज्यादा वार्ड 4 की सबसे ज्यादा अवैध कॉलोनियां शामिल हैं।जिनमें श्रीजी सिटी फेस गोपालपुर,वीआईपी कॉलोनी साँईं बिहार कॉलोनी प्रिंस बिहार कॉलोनी रॉयल सिटी पाटनदेव टोल टैक्स नाके के पास कॉलोनी वार्ड 13वार्ड 14 खैराबाद संजय नगर कॉलोनी पटेलनगर हटोर मोहल्ले की कालोनियां शामिल हैं।
नागरिकों ने बताईं परेशानियां
कहने को हम शहर में रहते हैं लेकिन यहां पर सड़क नाली और पानी नहीं है। नपा के टैंकर के भरोसे रहना पड़ रहा है। पेयजल लाइन भी नहीं बिछाई गई। हैंडपंप के पास भी गंदा पानी जमा रहता है जो उसमें रिस रहा है।नीतू यादव गृहणी वीआईपी कॉलोनी वार्ड 4 रायसेन
शहर की अन्य कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाएं दी जा रही हैं, लेकिन हमारी कॉलोनी में नालियों का निर्माण नहीं हुआ है। वहीं पानी निकासी की व्यवस्था की गई है। सड़क भी बदहाल हो चुकी हैं। जिनका निर्माण होना चाहिए।एतेन्द्र कुमार आर्य साँईं बिहार कॉलोनी
आज से आठ साल पहले यानी 2016 तक बनी अवैध कॉलोनियों को सरकार ने वैध किए जाने की घोषणा की थी। इसके बाद नपा ने शहर के विभिन्न वार्डों की कॉलोनियों में सर्वे किया था।जिसमें 56 अवैध कॉलोनियों चिन्हित हुई थीं। नपा परिषद के जनप्रतिनिधियों अफसरों की मनमानी लापरवाही की वजह से 7 साल बीत जाने के बावजूद 56 अवैध को वैध कॉलोनियों के रहवासियों को मूलभूत सुविधाओं के लिए मोहताज होना पड़ रहा है।
इनका कहना है
शहर की 56 अवैध कॉलोनियों को वैध करने की कार्यवाही चल रही है।प्रथम प्रकाशन की सूचना जारी की गई है।लोगों से दावे आपत्तियां बुलाई गईं हैं।इसकी समयावधि 15 दिन तय की गई है।सर्वे कर नक्शा तैयार कर लिया गया है।प्रोजेक्ट फाइल बनाकर अग्रिम कार्यवाही के लिए कलेक्टर के पास अग्रिम कार्यवाही के लिए भेजी जाएगी।आशुतोष सिंह इंजीनियर नपा परिषद रायसेन