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आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित शासकीय कन्या शाला और आवासीय छात्रावास में भर्राशाही का आलम, डीईओ पर भारी हॉस्टल प्राचार्य

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आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित शासकीय कन्या शाला और आवासीय छात्रावास में भर्राशाही का आलम, डीईओ पर भारी हॉस्टल प्राचार्य

मध्य प्रदेश जिला रायसेन

21 दिसंबर2023

*दैनिक प्राईम संदेश जिला* *ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*

 

रायसेन

 

जिला आदिम जाति कल्याण विभाग रायसेन द्वारा रायसेन बायपास स्थित शासकीय कन्या हाई स्कूल एवं आवासीय छात्रावास में इन दिनों हॉस्टल छात्रावास के प्राचार्य की मनमानी के चलते गरीब आदिवासी दलित समाज की बालिकाओं के हक अधिकारों का जमकर हनन किया जा रहा है।कन्या छात्रावास में प्राचार्य जैन की मनमानी कुछ हद से ज्यादा है।वह आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक पीपी सोनी के कोई आदेश नहीं मानते ।बल्कि खुद को बड़ा अधिकारी मान आदेश को ही ताक पर रखकर मनमर्जी से कार्य को अंजाम देते हैं।स्कूल और छात्रावास की बिल्डिंग का निर्माण ठेकेदार द्वारा घटिया निर्माण किया गया है।जिसके चलते भवन का छत से प्लास्टर मलबा जब चाहे क्लास रूम में ही अचानक भरभरा कर गिर जाता है।बिल्डिंग की मुंडेरऔर दीवारों से भी मलबा गिर जाता है।छात्रवास की बालिकाओं उल्टी दस्त से बीमार पड़ने पर प्राचार्य गायब रहे।जब इस मामले की जानकारी नाइट वाच को।पता चली तब उन बीमार लड़कियों का जिला अस्पताल में इलाज कराने पहुँचे।

चौरा कमरोरा गर्ल्स हॉस्टल का गणित का शिक्षक नियम विरुद्ध रायसेन छात्रावास में अटैच….

विभागीय सूत्रों से पता चला है कि आदिवासी बालिका छात्रावास स्कूल चौरा कमरोरा में पदस्थ गणित विषय का शिक्षक विश्वजीत आर्य ने रायसेन कन्या छात्रावास के प्रभारी व प्राचार्य सुधीर जैन की मिलीभगत से पिछले 3 सालों से नियम विरुद्ध अटैच गए हैं।चौरा कमरोरा के ग्रामीणजनों, भोजपुर विधायक सुरेंद्र पटवा ने गणित विषय के शिक्षक विश्वजीत आर्य का अटैचमेंट खत्म करने के लिए आवेदन भेजे गए हैं।लेकिन कलेक्टर अरविंद दुबे जिला आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी ने उक्त शिक्षक का रायसेन बायपास के गर्ल्स हॉस्टल से अटैचमेंट समाप्त नहीं किया है।जिससे आदिवासी गरीब बालिकाओं की गणित विषय की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।जबकि पिछले लगातार 3 सालों से इस आदिवासी कन्या छात्रावास का रिजल्ट खराब हुआ था।ग्रामीणों अभिभावकों ने चिंता जाहिर करते हुए बताया कि कहीं इस वर्ष भी बालिकाओं की पढ़ाई करियर प्रभावित ना हो जाए।

 

आउटसोर्स की कर्मचारी भर्ती में रोड़ा बने शिक्षक विश्वजीत आर्य।

शासकीय कन्या स्कूल छात्रावास बायपास रायसेन में 3सालों अटैच गणित विषय के शिक्षक विश्वजीत आर्य का यहां सिक्का चलता है।वह प्राचार्य सुधीर जैन को गुमराह करता है।जबकि दो तीन सालों से अतिथि संविदा पर आउटसोर्स के जरिए महिला लायब्रेरियन सहित शिक्षकों और क्लर्क के खाली पदों के लिए आवेदन बुलाए गए हैं।लेकिन यहां कई ट्रेंड कर्मचारियों शिक्षकों सहित डिग्रीधारी लायब्रेरियन के आवेदकों ने आवेदन जमा किए हैं।किंतु प्राचार्य जैन शिक्षक आर्य की जुगलबंदी चलती हैं।आवेदकों द्वारा कन्या छात्रावास के सैकड़ों चक्कर लगाकर परेशान आ चुके हैं।किंतु शिक्षक आर्य प्राचार्य जैन को गुमराह कर रहे हैं।शिक्षक विश्वजीत आर्य प्राचार्य जैन से कहते हैं अनट्रेंड कर्मचारियों से काम लीजिए इसी में हमारी भलाई है।कम वेतन में काम चले यही बेहतर है।जन अनट्रेंड कर्मचारी कोई बगैर अनुभव के काम करेगा तो जरा सोचो काम अच्छा होगा या बिगड़ेगा।

आवेदक शेखर यादव ,रामजीत सिंह राघवेंद्र बताते हैं कि आउटसोर्स संविदा अतिथि के पदों को भरने में शिक्षक विश्वजीत आर्य रोड़ा बने हुए हैं।शासकीय कन्या शाला परिसर में विगत 2 वर्ष से आवेदन किए हुए हैं ।आवेदक जब भी पूछताछ करने जाते हैं।शिक्षक आर्य उन्हें गुमराह कर गोलमाल जबाव देते हैं।जिससे शिक्षित बेरोजगार डिग्री धारी युवा खुद को ठगा सा महसूस करते हैं।वह जब भी जाते हैं तो वहां पर पदस्थ शिक्षक विश्वजीत आर्य द्वारा उन्हें गुमराह किया जा रहा है ।टका सा जबाव देते हुए कह रहे हैं कि सत्र खत्म होने वाला है ।फिलहाल कर्मचारियों की आउट सोर्स संविदा कर्मियों की आवश्यकता नहीं है ।कभी कहते कि यहां लाइब्रेरी का पद तो है पर करेंगे उसकी नियुक्ति कलेक्टर साहब ,चोरा कमरोरा का टीचर विश्वजीत आर्य विभागीय अधिकारियों से सांठगांठ कर पिछले 3 वर्ष से अटैचमेंट कराए हुए है ।प्रिंसीपल जैन और इनकी मिलीभगत से आवेदकों को बेवजह परेशान होना पड़ रहा हैं ।

आवेदकों ने किया अपना दर्द बयां।

गर्ल्स हॉस्टल एवं स्कूल रायसेन के अध्यक्ष कलेक्टर अरविंद दुबे को बनाया गया है।बताया जा रहा है कि कलेक्टर ने भी गर्ल्स हॉस्टल में रिक्त पदों को भरने में रुचि नहीं ली है।इनका कहना है कि कलेक्टर साहब के पास समय नहीं है कब रिक्त पदों को भरना है ।कैसे करना है क्योंकि अध्यक्ष कलेक्टर है उन्हीं के द्वारा नियुक्ति अतिथि कर्मचारियों की भर्ती की जाना है।लेकिन कलेक्टर यहां रिक्त पदों को भरने में खुद को असहाय साबित कर रहे हैं।प्राचार्य सुधीर कुमार जैन अटैचमेंट शिक्षक विश्वजीत आर्य के रहमोकरम पर गरीब दलित आदिवासियों का यह आवासीय छात्रावास चल रहा है।कभी कलेक्टर दुबे जिला आदिम जाति कल्याण विभाग के संयोजक पीपी सोनी इस छात्रावास का औचक निरीक्षण करने नहीं जाते।

 

इनका कहना है।

हमने इसी महीने रायसेन बायपास स्थित गर्ल्स स्कूल हॉस्टल का निरीक्षण किया था।अभी चार नये शिक्षकों ने भी नौकरी ज्वाइन की है।गड़बड़ी और मनमानी की बात से इनकार किया गया है।पीपी सोनी जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग रायसेन।

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