Rajasthan Election: भैरोसिंह के दामाद का टिकट कटा; दीया कुमारी को मिला, मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में भी नाम
नरपत सिंह राजवी को उम्मीद थी कि उनकी जगह उनके बेटे को पार्टी से टिकट दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। ऐसा भी नहीं कि राजवी रिपोर्ट खराब हो। राजवी विद्याधर नगर से लगातार चुनाव जीत रहे थे। इसके बावजूद उनका टिकट काट दिया गया है।
लिस्ट के सामने आते ही टिकट कटने से नाराज दावेदारों ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दावेदारों की नारजगी झेल रही भाजपा के लिए ये अच्छा है कि इस उठापटक में दीया कुमारी की जयपुर की राजनीति में एंट्री हो गई है। सियासी जानकार इसके अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं। कुछ लोग दीया कुमारी को मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट कर रहे हैं।
BJP की पहली लिस्ट में राजे की अनदेखी
वसुंधरा राजे समर्थक राजपाल सिंह शेखावत और नरपत सिंह राजवी का टिकट काट दिया गया है। नरपत सिंह राजवी पूर्व उपराष्ट्रपति और बीजेपी के दिग्गज नेता रहे भैरोसिंह शेखावत के दामाद हैं। जयपुर की विद्याधर नगर से कई बार विधायक बने हैं। सियासी जानकारों का कहना है कि बीजेपी की पहली लिस्ट में वसुंधरा राजे की नहीं चली है। वसुंधरा राजे ने जिन नामों की पैरवी की थी उन्हें पार्टी आलाकमान ने नहीं माना है।
गुटबाजी करने वालों को टिकट नहीं
सियासी जानकारों का कहना है कि BJP की पहली लिस्ट में वसुंधरा राजे की अनदेखी की गई है। बीजेपी के 41 नामों की लिस्ट वसुंधरा राजे समर्थक नहीं हैं। सियासी जानकारों का कहना है कि लिस्ट देखने के बाद एक बात तो साफ हो जाती है कि पार्टी आलाकमान ने गुटबाजी करने वालों को टिकट नहीं दिया है। किसी नेता के समर्थक को टिकट नहीं दिया गया है। पहली लिस्ट में जयपुर के झोटवाड़ा से वसुंधरा राजे समर्थक राजपाल सिंह की जगह राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को टिकट दिया गया है।
इनको मिला मौका
बीजेपी ने राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा को सवाई माधोपुर से, सांसद (अलवर) बालकनाथ को तिजारा से, सांसद (अजमेर) भागीरथ चौधरी को किशनगढ़, सांसद (झुंझुनूं) नरेंद्र कुमार को मंडावा, सांसद (राजसमंद) दीया कुमारी को विद्याधर नगर और सांसद (जयपुर ग्रामीण) राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को झोटवाड़ा, सांसद (जालोर-सिरोही) देवजी पटेल को सांचौर से मैदान में उतारा गया है।