Breaking News in Primes

UP News : प्रदेश में बिजली संकट बढ़ा

0 229

प्रदेश में बैंकिंग सितंबर तक करीब 2500 से 3000 मेगावाट बिजली बैकिंग के जरिए मिल रही थी। इसी तरह सिक्किम से 250 मेगावाट मिलती थी। सिक्कम से बिजली मिलना पूरी तरह से बंद है, जबकि बैकिंग में भी बिजली कम मिल पा रही है।

 

बैंकिंग से भी नहीं मिल पा रही बिजली
प्रदेश में बैंकिंग सितंबर तक करीब 2500 से 3000 मेगावाट बिजली बैकिंग के जरिए मिल रही थी। इसी तरह सिक्किम से 250 मेगावाट मिलती थी। सिक्कम से बिजली मिलना पूरी तरह से बंद है, जबकि बैकिंग में भी बिजली कम मिल पा रही है। इस वजह से घरेलू उत्पादन कम होने के वैकल्पिक रास्ते बंद हो गए हैं।

कौन- कौन सी यूनिटें बंद हैं
बारा की 660 मेगावाट, रिहंद की 500 मेगावाट, टांडा की 660 मेगावाट और रोजा की 300 मेगावाट, ऊंचाहार की 500 और 210 मेगावाट के साथ हरदुआगंज की 105 मेगावाट का उत्पादन सात व आठ अक्तूबर को अचानक बंद हुआ है। इनसमें चार यूनिटों में लिकेज हो गया था। हरदुआगंज में कोयले का संकट आ गया था। इन सभी यूनिटों से उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन को 1633 मेगावाट बिजली मिलती थी। अतिरिक्त बिजली ग्रिड के जरिए अन्य राज्यों को भेजी जाती थी। हालांकि सोमवार को बारा और टांडा को छोड़ अन्य यूनिटों से उत्पादन शुरू होने का दावा किया गया है।

मरम्मत के लिए बंद होने वाली यूनिटें
अक्तूबर माह में नियमित मरम्मत के लिहाज से रोजा की 300 मेगावाट, मेजा की 660 मेगावाट, रिहंद की 500 मेगावाट, सिंगरौली की 500 मेगावाट और अनपरा की 210 मेगावाट की इकाई को बंद किया गया है। इसमें यूनिटें 21 अक्तूबर से एक दिसंबर के बीच फिर से शुरू होंगी। इन यूनिटों से पावर कॉरपोरेशन को 1421 मेगावाट बिजली मिलती थी। अतिरिक्त बिजली दूसरे राज्यों को भेजी जाती है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

Don`t copy text!