कलेक्टर ने 8 लापरवाह तहसीलदारों पर की कार्रवाई, चार के खिलाफ विभागीय जांच होगी
प्राईम संदेश रिपोर्टर इंदौर
इंदौर । कलेक्टर आशीष सिंह इन दिनों लापरवाह कर्मचारियों पर सख्ती के मूड में हैं। पटवारियों और रेवेन्यू इंस्पेक्टरों पर कार्रवाई के बाद अब कलेक्टर ने तहसीलदारों पर सख्ती की है। उनको आठ तहसीलदार और नायब तहसीलदार के कामकाज में गड़बड़ियां मिली। इसकी शिकायत रेवन्यू कोर्ट ने की थी। इसके बाद कलेक्टर ने चार तहसीलदारों का एक माह का वेतन राजसात करने के साथ विभागीय जांच के निर्देश दिए। जबकि, चार तहसीलदारों का एक हफ्ते का वेतन राजसात किया गया। कलेक्टर पिछले दिनों उन्होंने विभाग का अचानक निरीक्षण किया था। उस दौरान पटवारियों, रेवन्यू इंस्पेक्टर की भूमिका में गड़बड़ियां पाई गई। इस पर अपर कलेक्टर को 8 तहसीलदारों के खिलाफ जांच के आदेश दिए।
इन पर हुई वेतन राजसात की कार्रवाई
तहसीलदार योगेश मेश्राम (कनाडिया), जगदीश रंधावा (जूनी इंदौर), शैवालसिंह (मल्हारगंज) और नायब तहसलीदार जितेंद्र वर्मा (मल्हारगंज) के कामकाज में जांच के दौरान कई तरह की गड़बड़ियां मिली। इस पर उनका एक माह का वेतन राजसात के साथ विभागीय जांच शुरू की गई। तहसीलदार शिखा सोनी (बेटमा), नायब तहसलीदार जितेंद्र सोलंकी (खुडैल), नायब तहसीलदार चौखालाल (सांवेर) और नायब तहसीलदार धर्मेंद्रसिंह चौहान का एक हफ्ते का वेतन राजसात किया गया। इसके साथ ही इन्हें अपने काम मे सुधार लाने की कड़ी चेतावनी दी गई।