ग्राम बिठेर में मंगल कलशयात्रा से हुआ पंच कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं संस्कार महोत्सव का शुभारंभ
राजू पटेल कसरावद(खरगोन)
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में सोमवार को ग्राम बिठेर में कलश एवं सद्ग्रंथ शोभायात्रा के माध्यम से तीन दिवसीय पंच कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं संस्कार महोत्सव का शुभारंभ हुआ। सर्वप्रथम देवमंच से गुरु गायत्री का आह्वान एवं देव पूजन हुआ। तत्पश्चात कलश देवता के आह्वान के साथ ही कलशयात्रा का शुभारंभ हुआ।
कलशयात्रा में सबसे आगे बैंड वाले सुमधुर भजनों की प्रस्तुति देते चल रहे थे। उनके पीछे नन्हें बालक बालिकाएं पीली झंडियां फहराती चल रही थीं। इनके पीछे सद्ग्रंथ सिर पर धारण कर 24 दंपति चल रहे थे। उनके ठीक पीछे सिर पर 108 कलश धारण कर माताएं बहनें चल रही थी। यात्रा में युवतियों की टोलियां गायत्री परिवार के सुमधुर भजन गाती चली रहीथी। युवाओं की टोलियां हम बदलेंगे युग बदलेगा, हम सुधरेंगे युग सुधरेगा का जयघोष करती जा रही थी।
ग्रामवासियों द्वारा जगह जगह पुष्प वर्षा कर यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। मातृशक्ति द्वारा यात्रा के स्वागत में प्रत्येक घर के आंगन में सुंदर रांगोली बनाई गई थी। एक घर के सामने अन्न (गेहूं एवं चावल) के उपयोग से कलश देवता एवं गायत्री मंत्र लिखकर अति सुंदर रांगोली बनाई गई थी। माताओं बहनों ने अपने घर के मुख्य द्वार पर यात्रा की अगवानी में जल कलश एवं दीपक की स्थापना भी की थी।
देव मंच से कर्मकांड बलीराम पटेल ने संपन्न कराया। संगीत रामजी पाटीदार ने दिया। तबला वादन विजय पवांर ने किया। कार्यक्रम का संचालन बलीराम पटेल ने किया।
कार्यक्रम में खरगोन से आईं संगीता विशनोले ने अपने उदबोधन में कहा कि यज्ञ में बैठने से हमारे अंदर की शक्तियों का जागरण होता है। गायत्री मंत्र की उपासना से हमारी बुद्धि निर्मल होती है। इसलिए उन्होंने प्रतिदिन यज्ञ में सबसे उपस्थित होने की अपील की। जिला संयोजिका श्रीमती माधुरी मुकाती ने बहनों को संस्कारों की महत्ता बताकर अधिक से अधिक में संस्कार करवाने अपील की।
कार्यक्रम के अंत में गायत्री माता की सामूहिक आरती हुई। तत्पश्चात सभी को प्रसादी दी गई। कार्यक्रम में महादेव पाटीदार, कैलाश पाटीदार, महेश पाटीदार, नरेंद्र पाटीदार, शोभाराम पाटीदार, सुंदर पाटीदार, सरपंच दीपक नायक, रघु नायक, पदम नायक सहित समस्त ग्रामवासीयों का सहयोग रहा।