कलेक्टर की एक चौपाल बैठक में ही पीएचई विभाग ने सुध ले ली, और पीएचई विभाग ने तत्काल एक हैंडपंप चालू किया
कलेक्टर की एक चौपाल बैठक में ही पीएचई विभाग ने सुध ले ली, और पीएचई विभाग ने तत्काल एक हैंडपंप चालू किया
कलेक्टर ने उत्तरी बर्रा में लगाई चौपाल ग्रामीणों से पानी की समस्या सुन पंचायत सचिव को फटकारा,पीएचई विभाग की ली क्लास
आनन फानन में सचिव ने कहा टेंकरो से पानी की व्यवस्था कर रहा हु
ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुवे कहा सिर्फ एक टैंकर आया है आज तक
दीपक कुमार बड़ोदे 8718000562
बैतूल/भीमपुर।। पीने का पानी के लिए तरस रहे ग्राम उतरी के ग्रामीण और सरपंच सचिव को कोई फिक्र नहीं इसे कहते है लापरवाही का अंबार,
भीमपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत डोडाजाम के ग्राम उत्तरी बर्रा में कलेक्टर ने चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्या सुनी।जिसमे ग्रामीणों ने प्रमुखता के साथ पानी की समस्या बताई।जिसको सुनते हुए कलेक्टर साहब से पंचायत सचिव रमेश येवले से पूछा पानी की क्या व्यवस्था की है जिसके जवाब में सचिव ने कहा मेने कुछ समय तक टैंकरों से पानी की व्यवस्था की परंतु स्वीकृति नहीं मिलने से लगातार नहीं कर पाया। जिस पर ग्रामीणों ने कहा सिर्फ 1 बार ही टैंकर आया था उसके बाद नही आया।जिस पर कलेक्टर ने नाराज होकर कार्यवाही करने की बात कही।वही पीएचई विभाग की क्लास लगाते हुए पूछा आप लोग फील्ड में क्या देखते हो आप पर भी कार्यवाही करना पड़ेगा। वही ग्रामीणों को कहा की पानी की समस्या का समाधान नहीं होता है तो मुझे फोन कीजियेगा।वही कलेक्टर के ऐक्शन के बाद पीएचई विभाग ने तत्काल एक हैंड पंप चालू किया साथ ही जल्द ही पानी की सुचारू व्यवस्था का आश्वासन दिया।साथ ही कलेक्टर ने पंचायत द्वारा खोदा गया कुआ का भी निरीक्षण किया।विचारणीय प्रश्न यह हैं कि अभी तक ग्राम पंचायत द्वारा इस समस्या को संज्ञान में क्यो नही लिया गया।साथ ही सोमवार को खबर प्रकाशित होने के बाद ही ग्राम पंचयात सचिव द्वारा सोमवार को ही क्यो पत्र के माध्यम से पानी की व्यवस्था करने के लिए सीईओ जनपद पंचायत भीमपुर से परमिशन मांगी गई।इसके पहले पंचायत के जिम्मेदार कर्मचारी कहा गए थे।यदि पंचयात द्वारा पहले ही उत्तरी के ग्रामीणों की सुध ले ली जाती तो क्यो जिला के मुखिया को इतने दूर आना पड़ता।क्षेतवासियो का कहना है कि जिम्मेदारों पर कलेक्टर महोदय ने कार्यवाई करना चाहिए जिससे बाकी पंचायतों की व्यवस्था भी सुधर सके यदि ऐसे ही छोड़ दिया जायेगा तो जिम्मेदार कर्मचारी-अधिकारी इस और ध्यान नही देंगे।