नेताओं अधिकारियों और आम नागरिकों के जीवंत संपर्क में रहते हैं बारस्कर साहब
बैतूल। मध्यप्रदेश सहित 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद से ही केंद्रीय नेतृत्व ने बिना कोई देरी किए लोकसभा चुनाव की तैयारिया शुरू कर दी हैं। भाजपा और कांग्रेस समेत क्षेत्रीय पार्टियां ने भी लगातार बैठकों का दौर शुरू कर चुनावी रणनीति बनाने में जुटी हुई हैं साथ ही शिक्षित अनुभवी प्रत्याशीयो की खोज में जुटी हुई हैं। बात करे बैतूल हरदा हरसूद संसदीय क्षेत्र की तो यहां दोनों ही पार्टीयां निर्विवादित चेहरे पर नजर लगाए हुए हैं अभी तक जो सर्वे हुए हैं उसमे तेजी से एक बार फिर एसडीओ बारस्कर का नाम सामने आ रहा है सूत्रों की माने तो सत्ता और संगठन की नजर में भी एसडीओ बारस्कर फिट बैठ रहे है हालांकि दोनों की पार्टियों के सर्वे अभी भी जारी है जानकारों की माने तो अभी तक जनता की पहली पसंद एसडीओ बारस्कर बताए जा रहे है। अभी तक बैतूल संसदीय क्षेत्र के इतिहास पर नजर डालें तो यहां 8 बार भाजपा और 8 बार कांग्रेस के सांसदों को चुना गया है एक बार भारतीय लोकदल ने भी जीत दर्ज कर दोनों राष्ट्रीय पार्टियों को चौका दिया था । लेकिन पिछले 8 चुनावों से इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारो ने लगातार जीत दर्ज की है। 2009 में हुए नए परिसीमन के बाद यह सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित की है। इसके बाद हुए तीन चुनावों में भी यह सीट भाजपा के खाते में रही हैं। वर्तमान के राजनैतिक परिदृश्य को देखा जाए तो विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी की बैतूल जिले के आठवां मील में हुई सभा का असर अभी भी खतम नहीं हुआ है इसलिए राजनैतिक वैज्ञानिकों का मानना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा यहां बहुत मजबूत स्थिति में दिखाई दे रही है।
एसडीओ बारस्कर के गृह जिले में 9 साल रहे बेमिसाल
ग्राम भयावाडी तहसील शाहपुर विधानसभा घोडाडोंगरी के निवासी झामसिंह बारस्कर सन् 1993 में सिविल इंजिनियर पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्य करते हुए वर्तमान में एसडीओ के पद पर कार्यरत है। क्षेत्र में उनकी राजनैतिक पकड़ बेहद मजबूत है इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में उनका जीवंत संपर्क बना रहता है। उन्होंने आदिवासी समाज की विरासत को संभालने की भरपूर कोशिश की है, अब राजनैतिक तौर पर उनकी वोटर में स्वीकार्यता को लेकर चर्चा का माहौल बना हुआ है। एसडीओ बारस्कर की प्रारम्भिक शिक्षा प्राथमिक/माध्यमिक शाला भयावाडी से और हायर सेकेण्डी शाहपुर एवं उच्च शिक्षा बीई सिविल इन्दौर से सन् 1990 में प्राप्त की। सन् 1993 में सिविल इंजिनियर पीडब्ल्यूडी. विभाग में कार्य करते हुए वर्तमान में एसडीओ के पद पर कार्यरत है। अभी तक के सेवा काल में सन् 2014 से मार्च 2023 तक लगभग 9 वर्ष इन्होंने अपने गृह जिला बैतूल में एसडीओ (भवन निर्माण शाखा) पीडब्ल्यूडी के पद पर रहकर जो निर्माण कार्य वर्षों से लंबित थे नेताओं अधिकारियों के जीवंत संपर्क में रहने से बारस्कर साहब ने स्वयं के निरंतर प्रयासो से उन कार्यों पूर्ण कराये है। विधानसभा क्षेत्र घोड़ाडोगरी में झामसिंह बारस्कर को एसडीओ बारस्कर के नाम से सभी अच्छे से जानते है।
जल संरक्षण पर्यावरण एवं गौपालन से रहता हैं लगाव,जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा रहते हैं तत्पर–
एसडीओ साहब द्वारा लगातार जनहित में सहयोग किया जाता हैं वे क्षेत्र के स्कूलों में 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने वाले हाई स्कूल के बच्चों को प्रतिवर्ष प्रोत्साहन राशि रूपये 5 हजार देना हो या भयावाडी मेले में प्रथम पुरुस्कार देना हो, ई.जीएस स्कूल में बच्चों की ड्रेस देना, कव्वाली, डंडार, मंदिर निर्माण एवं जरूरतमंद गरीबों की सभी तरह से आवश्यक मदद करने के लिए एसडीओ साहब हमेशा तैयार रहते हैं। एसडीओ साहब को जल संरक्षण पर्यावरण एवं गौपालन से बढ़ा लगाव है। इसी सोच का परिणाम है कि उनके स्वयं के खेत ग्राम मानसिंहपुरा ग्राम पंचायत सालीनेट में लगभग 20 एकड भूमि में लगभग 5 हजार पौधे आम, नींबू, आवला, सागौन, नीलगीरी के लगे हुए हैं। उसी खेत में 5 डेम बनाये गये है जिसमें वर्षा का जल एकत्रित किया जाकर सिंचाई की जाती है,जिसकी प्रशंसा जिले के बड़े अधिकारी भी कई बार कर चुके हैं। उन्होंने स्वयं के द्वारा गौपालन के लिए गौशाला का निर्माण भी किया जा रहा है। साथ ही सिविल इंजिनियरिंग पास युवकों को प्रशिक्षित कर जागरूक भी कर रहे हैं।
— वार्ड क्रमांक 4 से बहु जिला पंचायत सदस्य तो पुत्र सरपंच —
एसडीओ साहब की पुत्रवधु बिलकिस बारस्कर जिला पंचायत बैतुल के वार्ड क्रमांक 4 से वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य एवं पुत्र विरेन्द्र बारस्कर ग्राम पंचायत सालीमेट के सरपंच है। बता दें वार्ड नंबर 4 में हमेशा कांग्रेस पार्टी का दबदबा रहा है। लेकिन बारस्कर साहब की उस क्षेत्र में लोकप्रियता बेहद ज्यादा है कोरकू समाज एवं यादव समाज का एकजुट होकर एक तरफा वोटिंग करने की वजह से यहां बड़े अंतरों के साथ जीत मिली एवं कांग्रेस प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रही। नेताओं अधिकारियों और आम नागरिकों से जीवंत संपर्क रखने वाले बारस्कर साहब उच्च शिक्षित होने के साथ ही उनका सहज सरल स्वभाव और प्रशासनिक अनुभव के कारण सत्ता और संगठन की नजर फिट बैठते नजर आ रहे हैं।