दो माह बाद आएगी स्वच्छता सर्वेक्षण टीम, लेकिन नपा परिषद नए पाइंट पर काम ही शुरू नहीं कर पाई
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
रायसेन।स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 की टीम अब दो महीने बाद सर्वे के लिए आएगी।लेकिन नपा परिषद रायसेन की टीम सर्वे के लिए नए पॉइंट पर करने कार्य करने शुरू नहीं किया है।जिससे असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
यहां है सुधार की जरूरत…..
शहर का प्रमुख बाजार ही उसकी छवि बनाता है। लेकिन इसी क्षेत्र में सफाई की बहुत कमी है। रात में दुकानदार जब अपने प्रतिष्ठान बंद कर जाते हैं तो अधिकांश कचरा दुकान के बाहर ही सड़क पर फेंक जाते हैं। फिलहाल इस लापरवाह पूर्ण इस रवैए को बंद करने की जरूरत है। नपा दुकानों के बाहर व बाजार में कुछ चिह्नित स्पॉट पर बड़े डस्टबिन रखवाए और उन्हें रात में ही खाली कराया जाए। सुबह के समय सफाई जल्दी होना चाहिए ।ताकि दुकानदारों को परेशानी न आए। वहीं स्वच्छता बनाए रखने नागरिकों को जागरुक करने के साथ-साथ उन पर जुर्माना लगाना भी जरूरी है।
रायसेन सिटी में आया काफी बदलाव….
स्वच्छ सर्वेक्षण में रायसेन शहर पिछले 5 सालों से लगातार भागीदारी कर रहा है। इसकी वजह से रायसेन शहर की स्थिति में काफी परिवर्तन हुआ है। सफाई और सुंदरता दोनों क्षेत्र में व्यापक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। जिसका ही परिणाम है कि स्वच्छ सर्वेक्षण की चार साल की रिपोर्ट में रायसेन की रैंकिंग लगातार सुधर रही है। लेकिन अभी भी रायसेन शहर प्रदेश के टॉप-10 शहरों की सूची में आने से वंचित बना हुआ है। यह स्थिति बता रही है कि अभी भी स्वच्छता के मामले में काफी कमियां बाकी हैं, जिन पर ठोस रणनीति के साथ काम करने की जरूरत है। लेकिन इस बार शहर के हालात और नगर पालिका परिषद की तैयारियां ेदेखकर नहीं लग रहा है कि पिछले परिणामों से बेहतर स्थिति इस बार होगी। इसके पीछे की वजह भी कई सामने आई हैं।स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के लिए जारी नई गाइड लाइन का पालन नगरपालिका परिषद के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि, नई गाइडलाइन में संशोधन कर 3 नए पाइंट जोड़े हैं। इनमें अब शहर को येलो स्पॉट (यूरिन व तंबाकू के दाग) से मुक्त करना होगा। पर्यटक स्थलों को साफ रखने के साथ ही स्कूलों के शौचालयों का भी साफ होना जरूरी हो