*पोर्टल न्यूज*
◼️लोकेशन: महिदपुर
◼️रिपोर्टर: लोकेन्द्र सूर्यवंशी
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शमशान में अंतिम संस्कार के लिए न लकड़ी न पानी ।
इंसान के जीवन में जन्म से लेकर मृत्यु तक कई प्रकार के संस्कार कार्यक्रम होते है लेकिन मृत्युपरांत जो अंतिम संस्कार का कार्यक्रम किया जाता है उसी के लिए अगर लकड़ी और पानी व्यवस्था शमशान में न हो तो बहुत ही शर्म की बात है ।
महिदपुर के सत्या शमशान ने आज एक परिवार के सदस्य की मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार के लिए शमशान लाया गया जहां दूसरे शहरों से आए हुए रिश्तेदार और नगर के परिवारजन जब सत्य शमशान घाट पर पहुंचे तब अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी लेने गए तब पता चला कि यहां पर तो सिर्फ लकड़ी की बारीक-बारीक छिपे पड़ी हुई जो होटल में उपयोग की जाती है अंतिम संस्कार के लिए भारी लकड़ी का उपयोग किया जाता है जो यहां पर नहीं थी इसी के साथ भीषण गर्मी में पीने के लिए पानी और स्नान करने के लिए पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं थी जिसको लेकर मृतक के परिवार जनों ने नाराजगी जाहिर की साथ यह भी बताया की लकड़ी देने वाले व्यक्ति के द्वारा लकड़ी भी काम दी गई बाद में जब उसे बोला गया तब उसने पूरी लकड़ी दी जब यहां के कर्मचारियों से चर्चा की तो उसने संबंधित अधिकारी से बात करने का कहते हुए पल्ला झाड़ लिया जब संबंधित अधिकारी उमेश दरोगा से इस विषय पर चर्चा की तो उनका कहना है कि वहां पर लड़कियां उपलब्ध है लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है इस बात से तो यह लगता है कि संबंधित अधिकारी को नगर से कोई लेना-देना नहीं है चाहे नगर में अंतिम संस्कार के लिए बाहर से आए लोग भी शर्मिंदा होकर चले जाएं