शश, बुधादित्य और मालव्य सहित इस चैत्र नवरात्रि में बन रहे राजयोग
राशि के अनुसार कैसे करें पूजन
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
रायसेन ।मां भगवती की उपासना का पर्व चैत्र नवरात्र नौ अप्रेल से शुभ नक्षत्रों और शुभ योग के साथ शुरू होगा। नवरात्रि के नौ दिनों में मां भगवती के नौ दिव्य स्वरुपों की उपासना की जाती है। जीवन की बाधाओं को दूर करने और मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए नवरात्रि का विशेष महत्व है। अक्षय पुण्य की प्राप्ति के लिए लोग चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा भवानी के नौ स्वरूपों की विभिन्न विधियों और संकल्पों के साथ करते हैं। कोई निराहार उपवास करता है तो कोई घरों मंदिरों में जवारे बोए जाते हैं घट स्थापना के साथ अनुष्ठान किया जाता है।
ये खास रहेगा इस बार
धर्मशास्त्री पंडित ओमप्रकाश शुक्ला पंडित राम मोहन चतुर्वेदी ने बताया कि इस समय सप्तशती का पाठ विशेष फलदायक होती है। गुप्त नवरात्रि में बनने वाले सिद्धिदायी योग में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना अत्यंत कल्याणकारी होता है। नवरात्र में दुर्गा सप्तशती देवी के विशिष्ट मंत्र का जाप दुर्गा कवच दुर्गा शतनाम का पाठ प्रतिदिन करने से रोग-श