निजी स्कूल संचालकों की मनमानी : कमीशन के फेर में अभिभावकों
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
पर निजी प्रकाशकों की किताबें खरीदने का दबाव,जिम्मेदार अफसर चुनाव कराने में व्यस्त इधर किताबों के नाम पर कट रही जेब,मनमानी पर नहीं लग रही रोक शासन के सख्त निर्देश है कि एनसीईआरटी की चलाना है किताबें
जिले के ब्लॉक वार प्राथमिक माध्यमिक स्कूल
रायसेन जिले में शासकीय प्रायमरी स्कूलों की संख्या-1330
मिडिल स्कूलों की संख्या-555
कुल संख्या-1885
रायसेन । नया शिक्षण सत्र एक अप्रेल से शुरू होने के बाद बच्चों ने स्कूल जाना शुरू कर दिया है। लेकिन शिक्षकों से लेकर बच्चों के सामने समस्या यह है कि सरकारी स्कूलों में अब तक किताबें नहीं आई हैं। जिससे पढ़ाई शुरू नहीं हो सकी है। वहीं दूसरी ओर निजी और सीबीएसई स्कूलों में कोर्स बहुत महंगा मिल रहा है। यह स्थिति तब है जब शासन ने निजी स्कूलों में भी एनसीईआरटी की किताबें चलाने की अनिवार्यता लागू की है। बड़ी बात ये है कि शासन के सख्त आदेश है कि हर जिले में महंगी किताब का दबाव से बचाने कमेटी बनना है व इसके सदस्यों को हर दिन तीन दुकानों का निरीक्षण करना है,
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