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पूसा वासमती धान से भरी 750 ट्रैक्टर ट्रॉली की हुई बंपर आवक, शाम 4 बजे तक 500 ट्रालियां 

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पूसा वासमती धान से भरी 750 ट्रैक्टर ट्रॉली की हुई बंपर आवक, शाम 4 बजे तक 500 ट्रालियां

 

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हुईं नीलाम 250 ट्रॉली धान की नीलामी अगले दिन सुबह कराई जाएगी नीलामी।

रायसेन।

पूसा वासमती धान से भरी 750 ट्रैक्टर ट्रॉली की हुई बंपर आवक, शाम 4 बजे तक 500 ट्रालियां हुईं नीलाम 250 ट्रॉली धान की नीलामी अगले दिन सुबह कराई जाएगी नीलामी।

 

पूसा वासमती धान से भरी 750 ट्रैक्टर ट्रॉली की हुई बंपर आवक, शाम 4 बजे तक 500 ट्रालियां हुईं नीलाम 250 ट्रॉली धान की नीलामी अगले दिन सुबह कराई जाएगी नीलामी।

 

रायसेन।। मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक किसानों की धानउपज की कई वैरायटियों की बंपर ट्रैक्टर ट्रॉली की होने लगी हैं।शाम तक किसानों की 750 ट्रैक्टर ट्रॉली धान उपज लेकर दशहरे मैदान में पहुंचे।कृषि उपज मंडी रायसेन के सचिव आरपी शर्मा के आदेश पर रोजाना दशहरे ग्राउण्ड में मंडी कर्मचारियों द्वारा पूसा वासमती ,क्रांति वैरायटी धान की नीलामी कराई जा रही है।पूसा वासमती धान उपज से समूचा दशहरा मैदान महक रहा है।किसानों को गल्ला व्यापारियों से पूसा वासमती और क्रांति वैरायटी की धान की क्वालिटी देखकर अच्छे रेट भी नीलामी में मिल रहे हैं।। मंगलवार को दोपहर के वक्त किसानों बाला राम, बद्री प्रसाद सिंगरौली महू जागीर, मुरली मनोहर गौर,बादामी पटेल पैमत, दीवान सिंह गौर बनगवां की क्वालिटी की धान के दाम 4495 से लेकर 4360,4250 रुपए प्रति क्विंटल नीलाम हुई।जिससे किसान खुश भी नजर आने लगे हैं।मंडी कर्मचारी गौतम खांडवे ने बताया कि मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक अन्नदाताओं की धान से भरीं 750 ट्रालियां नीलामी में पहुंचीं।मंगलवार को शाम 4 बजे तक 500 ट्रॉली धान नीलाम हुईं।बाकी 250 धान उपज की नीलामी अगले रोज बुधवार को होगी।युवा गल्ला व्यापारी मनोज सोनी मनोज राठौर अखिलेश सोनी नीलेश सोनी, इरफान खान कैशराम साहू का कहना है कि धान में नमी की मात्रा ज्यादा है इसीलिए किसानों को उनकी उपज के सही दाम नहीं मिल रहे हैं।खराब मौसम भी इसमें एक वजह है।

 

धान के समर्थन मूल्य को नहीं मिल रहा किसानों का समर्थन….

 

जिले में शासन के निर्देश पर खाद्य विभाग ,जिला विपणन विभाग रायसेन द्वारा समर्थन मूल्य पर पंजिकृत किसानों से धान की खरीदी 1 दिसंबर से शुरू हो चुकी है।लेकिन अभी जिले में बनाए गए खरीदी केंद्रों पर किसान धान बेचने कम आए हैं।जिला विपणन विभाग एमडी नीरज भार्गव, फ़ूड इंस्पेक्टर संदीप भार्गव ने बताया कि फिलहाल रायसेन जिले में 8300 किसानों के पंजीयन लक्ष्य निर्धारित किया गया है।इनमें से अभी 19500 किसानों के पंजीयन हो सके हैं।जिले में 25 खरीदी केंद्र बनाए जाने हैं।फिलहाल 11 धान उपज समर्थन मूल्य पर 1 दिसंबर से शुरू हो गए हैं।किसानों का उन्हें अभी सही समर्थन नहीं मिल सका जो मिलना चाहिए था।

 

28 किसानों ने 1615 क्विंटल धान बेची।

 

जानकारी के मुताबिक जिले में धान के लिए 11 समर्थन मूल्य खरीदी केंद्र बनाए गए ।इन खरीदी केंद्रों पर कुल 28 किसानों ने ही अपनी 1615 क्विंटल धान बेची है।जबकि अन्य खरीदी केंद्र पर अभी एक भी किसान समर्थन मूल्य पर अनाज बेचने नहीं पहुंचा है। मालूम हो कि इस बार सामान्य धान का समर्थन मूल्य 2132 रुपए है ।जबकि गत वर्ष यह दाम 1950 रुपए था। इस वर्ष दाम बढ़ने के बाद भी किसान अपनी धान समर्थन मूल्य पर बेचने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।रायसेन जिले में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू हो चुकी है।लेकिन धान के समर्थन मूल्य को किसानों का समर्थन नहीं मिल रहा है। जिले में धान खरीदी के लिए अभी 11 केंद्र बनाए गए हैं ।लेकिन इन केंद्रों पर 28 किसानों ने ही धान उपज बेची है।बाकी केंद्रों पर पांचवें दिन भी कोई पंजीकृ़त किसान अपनी धान बेचने नहीं पहुंचा है। खरीदी केंद्रों पर सन्नाटा पसरा है ।जबकि खरीदी की व्यवस्था को लेकर प्रशासनिक स्तर पर हर संभव तैयारी की गई है।

 

मालूम हो कि जिले में 1 दिसंबर से जिले में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू हो चुकी है और यह खरीदी करीब महिने भर चलेगी।। इस खरीदी के लिए पूर्व में किसानों के पंजीयन कराए गए थे लेकिन किसानों ने पंजीयन कार्य में भी कोई रुचि नहीं ली और पिछले वर्ष की अपेक्षा करीब आधे किसानों ने ही पंजीयन कराए। अब जिले में 25 में से 9 खरीदी केंद्र शुरू भी किए जा चुके। लेकिन इन केंद्रों पर पहले की तरह अब किसानों की भीड़ नहीं लग रही। किसान नहीं आने से समर्थन मूल्य खरीदी का उत्साह गायब है। केंद्रों पर कर्मचारियों को किसानों के आने का इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि व्यवस्थाओं में कई कर्मचारियों और अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

 

धान खरीदी में इस बार जिले में सिर्फ 2 हजार 211 किसानों ने ही समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए अपना पंजीयन कराया है, जबकि पिछलें वर्ष किसानों की संख्या 4 हजार 800 थी। समर्थन मूल्य पर खरीदी के दाम बढ़ने के बाद किसानों ने केंद्रों पर धान बेचना उचित समझा और यह संख्या गत वर्ष की अपेक्षा आधी रह गई और जिन्होंने पंजीयन कराया वे भी धान बेचने में खरीदी केंद्र से दूरियां बनाए हुए दिखाई दे रहे हैं।

 

किसान महेंद्र सिंह यादव सिलवानी, किसान नेताराजेन्द्र बाबू राय, मोहर सिंह रघुवंशी इरफान जाफरी जिला किसान जाग्रति संघ के अध्यक्ष रंजीत यादव भाकिसं के सचिव मिट्ठूलाल मीणा हरनाम सिंह जाट बीदपुरा ब्रजेन्द्र सिंह जादोंन डाबरा ने बताया कि खरीदी केंद्रों पर किसान पूर्व में काफी परेशान हो चुके हैं। कभी लाल धान तो कभी कुछ अन्य कारण बताकर किसानों परेशान किया जाता रहा। धान को सर्वेयर से पास कराना भी आसान नहीं होता। इन सभी स्थितियों को ध्यान में रखते हुए किसानों ने धान की बैरायटियों में बदलाव किया और किसानों को मंडी में अब धान के 2135 रुपए क्विंटल तक दाम मिल रहे ।जबकि मंडी की नीलामी में4400 रुपये क्विंटक पहुंच चुके हैं।ऐसे में समर्थन मूल्य पर अब किसान नहीं पहुंच रहे। केंद्रों पर धान बेचने वाले किसानों की संख्या भी इसलिए कम हुई है।

 

इनका कहना है।

 

इन समर्थन मूल्य के खरीदी केंद्रों पर धान बेचने किसान पहुंच रहे हैं। अभी इनकी संख्या ज्यादा नहीं है ।क्योंकि केंद्रों को शुरू हुए कुछ ही दिन हुए हैं। आगामी दिनों में किसानों की यह संख्या और बढ़ेगी। मंडी में अच्छे दाम मिलने से भी केंद्रों में खरीदी प्रभावित है। आरएम सिंह, जिला खाद्य अधिकारी रायसेन।

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