हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
कौशाम्बी : जिले के लोहन्दा गांव में एक जघन्य बलात्कार की घटना के बाद, पीड़िता और उसके परिजनों से मिलने जा रहीं चायल विधानसभा क्षेत्र की विधायक पूजा पाल को कोखराज थाने के समीप रोक दिया गया। इस घटना को लेकर थाने के पास काफी गहमा-गहमी का माहौल रहा, क्योंकि विधायक ने पीड़ित परिवार से मिलने की अपनी इच्छा दोहराई, जबकि पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, लोहन्दा गांव में हाल ही में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार की घटना सामने आई थी, जिसने पूरे क्षेत्र में आक्रोश पैदा कर दिया है। इसी पृष्ठभूमि में, जनप्रतिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करने और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में, चायल से समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल, पीड़ित परिवार से मिलने के लिए लोहन्दा गांव जा रही थीं।
जैसे ही उनका काफिला कोखराज थाने के पास पहुंचा, पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया। पुलिस अधिकारियों ने विधायक को बताया कि कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और अनावश्यक भीड़ को रोकने के लिए उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती। हालांकि, विधायक पूजा पाल ने इस फैसले पर अपनी असहमति व्यक्त की। उन्होंने जोर देकर कहा कि एक जनप्रतिनिधि के रूप में उनका यह कर्तव्य है कि वे अपने क्षेत्र की जनता के दुख में उनके साथ खड़ी रहें और उन्हें न्याय दिलाने में मदद करें।
उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य केवल पीड़ित परिवार को सांत्वना देना और यह सुनिश्चित करना है कि उन्हें उचित कानूनी सहायता मिले।
हालांकि, पुलिस अपने रुख पर अड़ी रही और विधायक को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी गई।
फिलहाल, पूजा पाल को कोखराज थाने के पास ही रोक दिया है।