- क्या लापरवाह शिक्षक को बचाने में लगे घोड़ाडोंगरी के बीईओ और बीआरसी अधिकारी ?
आदिवासी बच्चों का भविष्य अंधकार में, जांच के नाम पर सो रहे शिक्षा विभाग के अधिकारी
मनीष कुमार राठौर / 8109571743
भोपाल / घोड़ाडोंगरी । मध्य प्रदेश सहित देश में शिक्षा के गिरते स्तर को सुधारने के लिए शासन प्रशासन के द्वारा अनेक योजनाएं संचालित कर लाखों करोड़ों रुपए पानी की तरह बढ़ाए जा रहे हैं और उन पैसों पर जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा किसी प्रकार का नियंत्रण न करते हुए अपनी लापरवाही का परिचय दिया जा रहा है ! शिक्षा गुणवत्ता को सुधारने के बजाय आदिवासी अंचलों में शिक्षक की लापरवाही को उच्च अधिकारियों का संरक्षण मिल रहा है । आपको बता दे कि बैतूल जिले के विकासखंड घोड़ाडोंगरी से लगभग 50 किलोमीटर दूरी पर घनी पहाड़ी जंगलों के बीच बसे आदिवासी ग्राम भातोडी में बच्चों का भविष्य अंधकार में जा रहा है । जहां प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल में लगभग 32 बालक 43 बालिका अध्यनरत है। शिक्षकों की बात करें तो दो नियमित शिक्षक एवं तीन अतिथि शिक्षक पदस्थ है। प्रधान पाठक बलदेव हनौते स्कूल में उपस्थित न के बराबर कभी कभार आते है । जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा उच्च अधिकारियों को कई बार की गई है । इसके साथ ही समाचारों के माध्यम से अधिकारी अवगत होने के बावजूद जांच में लीपापोती की जा रही है । जबकि जांच को नियंत्रण करने के लिए छोटे कर्मचारियों के द्वारा सिर्फ औपचारिकता निभाई जा रही है। आखिर क्या कारण है कि अधिकारी बच्चों के भविष्य को लेकर उदासीन है। सवाल यहां उठता है कि यह बच्चे जंगल में रहकर जीवनयापन कर रहे है और उन्हें उच्च स्तर की शिक्षा भी न मिले तो क्या काम की सरकार है और उनके अधिकारी । जब विकासखंड शिक्षा अधिकारी से इस विषय पर चर्चा की गई तो अधिकारियों द्वारा कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है। आपको बता दे कि जांच के नाम पर जन शिक्षा केंद्र प्रभारी एवं जन शिक्षक निश्चिंतपुर को भतोडी स्कूल में जांच प्रतिवेदन के लिए भेजा गया था। ग्रामीणों से जानकारी लेने के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। और ना ही कोई बड़े अधिकारी स्थल निरीक्षण के लिए पहुंचे हैं। आखिर सवाल यहां उठता है कि क्या प्रशासन भ्रष्ट शिक्षक पर कार्यवाही करेगा? या फिर कार्यवाही के नाम पर सिर्फ दिखावा होगा ?
क्या है भतोड़ीं प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल का मामला ?
मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की घोड़ाडोंगरी जनपद के अंतर्गत आने वाला भतोडी गांव की शिक्षा व्यवस्था बेपटरी हो चली है जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को कई बार दी गई परंतु उच्च अधिकारी द्वारा कार्रवाई के नाम पर सिर्फ लीपा पोती की जा रही है आपको बता दें कि ग्रामीण अंचल में बसा रामपुर पंचायत का गांव भतोडी जहां पर बिजली और पानी तक की व्यवस्था नहीं है वह पर पढ़ने की ललक में स्कूल में बैठे बच्चे शिक्षक के इंतजार में दिन और महीने गुजार देते हैं परंतु लापरवाह शिक्षक बलदेव हनोते स्कूल में मुंह तक दिखाने के लिए नहीं आते है । जब इस प्रकार के शिक्षक की जानकारी घोड़ाडोंगरी जनपद स्तर के अधिकारियों को दी गई परंतु उन अधिकारियों के द्वारा कार्रवाई के नाम पर टाला मटौली करते हुए कई दिन निकाल दिए गए हैं । वही आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस जनपद क्षेत्र अंतर्गत मध्यान भोजन और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षक उपस्थित नहीं रहने की कई लंबित शिकायतें पड़ी हुई है लेकिन बीइओ और बीआरसी के द्वारा कार्रवाई के नाम पर सिर्फ मुंह दिखाई की जा रही है । दैनिक प्राईम संदेश के द्वारा पिछले कई दिनों पहले भी खबरें प्रकाशित की गई थी जिसमें बताया गया था कि मध्यान भोजन में किस तरीके से बंदर बांट किया जा रहा है और बच्चों को उच्च गुणवत्ता का भोजन नहीं दिया जा रहा है, जिसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी चंद्र प्रकाश बोस के द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई । वही इस विषय को लेकर समाचार पत्र को किसी प्रकार की सूचना नही दी गई वही दैनिक समाचार पत्र प्राइम संदेश ने इसकी जानकारी चाही गई कि आपके द्वारा एक महीने में कितने स्कूलों पर मध्यान भोजन को लेकर कार्रवाई की गई है जिसका जवाब अधिकारी महोदय आज दिनांक तक नहीं दे पाए हैं जब इस प्रकार का लाचार रवैया एक जिम्मेदार अधिकारी के द्वारा किया जाता है तो आप समझ सकते हैं कि वहां पर स्कूल में पढ़ने वाले शिक्षक किस प्रकार से व्यवहार कर रहे होंगे । और इन में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य किसके हाथ में सौप दिया है जिला स्तर पर बैठें अधिकारी ने अब तो आने वाला समय ही दिखाएगा की क्या कार्यवाही की जाती है यह सरकारी सिस्टम में एक टेबल से दूसरे टेबल पर फाईल घूमते रहेगी ?
क्या कहना है ।
शिक्षक बलराम हनौते की जानकारी मिली है, सूचना मंगवा कर निलंबन की कार्यवाही की जाएगी और किसी भी अधिकारी को नही छोड़ा जाएगा जिनके द्वारा कार्य में लापरवाही बरती जा रही है ।
शिल्पा जैन आदिमजाति कल्याण विभाग अधिकारी बैतूल