मिट्टी में भविष्य गढ़ती बच्चियों को देख भावुक हुए जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी, बीच सड़क रुकवाई गाड़ी खुद शिक्षा के लिए DM मधुसूदन हुल्गी करने लगे प्रेरित
News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशाम्बी : डीएम मधुसूदन हुल्गी ने फिर दिखाई संवेदनशीलता, शिक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का अनोखा उदाहरण पेश किया। सोमवार को ओसा से मंझनपुर लौटते वक्त उन्होंने पाता गांव के पास सड़क किनारे मिट्टी के बर्तन बनाती बच्चियों को देखा। दृश्य देखकर डीएम हुल्गी ने तत्काल अपनी गाड़ी रुकवाई और बच्चियों से खुद बातचीत करने पहुंचे। उन्होंने बच्चियों से उनके पढ़ाई-लिखाई की जानकारी ली और माता-पिता को शिक्षा के महत्व पर जागरूक किया।
डीएम ने कहा— “हर बच्ची को शिक्षा पाने का अवसर मिलना चाहिए, गरीबी उसकी राह में रुकावट नहीं बन सकती।” उन्होंने मौके पर एसडीएम मंझनपुर सुखलाल प्रसाद वर्मा को निर्देश दिया कि बच्चियों का दाखिला विद्यालय में सुनिश्चित कराया जाए। संबंधित अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर इन बच्चियों का प्रवेश कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, मंझनपुर अथवा राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय, भरसवा में सुनिश्चित कराया जाए|
विद्यालय में प्रवेश दिलाया जाएगा।डीएम हुल्गी ने कहा कि सरकार की योजनाओं का उद्देश्य है कि कोई भी बच्ची शिक्षा से वंचित न रहे। ग्रामीणों ने डीएम की इस मानवीय पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे समाज में जागरूकता बढ़ेगी। लोगों का कहना है कि इस कदम से अन्य परिवार भी अपनी बेटियों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित होंगे, जिससे शिक्षा का स्तर ऊंचा उठेगा।