पुत्र कपूत हो सकता हे लेकिन माता कभी कुमाता नहीं हो सकती -पंडित बिल्लौरे
ग्राम सामेडा में हुआ कथा विराम,भव्य भंडारे का हुआ आयोजन
पुत्र कपूत हो सकता हे लेकिन माता कभी कुमाता नहीं हो सकती -पंडित बिल्लौरे
ग्राम सामेडा में हुआ कथा विराम,भव्य भंडारे का हुआ आयोजन
राजू पटेल कसरावद (खरगोन)
कसरावद तहसील क्षेत्र के ग्राम सामेडा में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर्व के तहत ग्रामीणों के सामूहिक सहयोग से मंदिर की पहली वर्षगांठ मनाई गई जिसके तहत सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद देवी भागवत कथा हुई जिसका रविवार को समापन हुआ,कथा के अंतिम दिवस कथावाचक श्री अखिलेश जी बिल्लौरे दवाना(ठीकरी) ने कहा कि जो भक्त माता के श्री चरणों को नहीं छोड़ता उस पर माता रानी की बड़ी कृपा होती है,पापी से पापी व्यक्ति भी मन की शरणागति लेने पर तर जाते हैं। पुत्र,कुपुत्र हो सकता है लेकिन माता कभी कुमाता नहीं हो सकती,कथा के अंतिम दिवस श्री राम दरबार को के नए वस्त्र धारण करवाए गए,साथ ही ग्राम के सामाजिक व धार्मिक व्यक्तित्व दशरथ जी पटेल का फलों से तुलादन किया गया,पंडित बिल्लौरे ने संत सियाराम बाबा के श्री चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित सुंदर भजनो की प्रस्तुति दी गई उसके बाद पूर्णाहुति हुई जिसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन हुआ जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की,वही ग्राम के घरों में दीपक लगाए गए,अंत में भजनों के साथ ज्वारों का नदी में विसर्जन किया गया।