नगर के जिस मावा व्यापारी के यहां मारा था छापा, उसके मावा के 11 में से 9 सैंपल जांच में हुए फेल
विदिशा जिला ब्यूरो मुकेश चतुर्वेदी
गंज बासौदा प्रशासन और खाद्य सुरक्षा दल ने 25 अक्टूबर 24 को नगर के एक व्यापारी के गोदाम और घर से बड़ी मात्रा मावा और पनीर जब्त कर सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। लैब में भेजे गए मावे की 11 सैंपलों में से सिर्फ दो ही मानक स्तर के पाए गए हैं। जबकि 9 सैंपल फैल हो गए हैं। । जब्त किए गए सभी सैंपलों को जांच के लिए भोपाल भेजा गया था। इन सैंपलों की जांच रिर्पोट जिला खाद्य सुरक्षा दल को मिल गई है। जांच रिर्पोट मिलने के बाद मावा व्यापारी कैलाश प्रसाद साहू के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जा रहा है।
गौरतलब हो कि दीपावली के पहले प्रशासन और खाद्य सुरक्षा दल ने व्यापारी के दुकान सहित दो घरों से 67 क्विंटल मिलावटी मावा पकड़ा था। इसमें कई किलो पनीर भी जब्त हुआ था। दरअसल दीपावली के मद्देनजर प्रशासनिक अमले ने शहर के प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान स्टेशन मिल रोड पर आवासीय क्षेत्र में चल रहे मावा भंडार सहित व्यापारी द्वारा घर में रखे बनावटी मावे के स्टाक का पता चला था।
एडीएम न्यायालय में दुकानदार के खिलाफ प्रस्तुत किया जा रहा मामला
लाइसेंस निरस्त
बड़ी मात्रा में पकड़े गए मावा के बाद दुकानदार का लाइसेंस निरस्त कर दिया था। जांच के बाद भोपाल लैब से आई रिपॉट में खुलासा हुआ है कि कुल 11 सैंपल में से सिर्फ दो ही सही पाए गए हैं। जबकि 9 सैंपलों का मावा मिलावटी पाया गया है। इस रिर्पोट के बाद खाद सुरक्षा दल दुकानदार के खिलाफ आपराधिक मामला एडीएम न्यायालय में प्रस्तुत करने की तैयारी की जा रही है इधर लाइसेंस निरस्त होने के बाद भी दुकानदार का कारोबार जारी है। जिस मकान से मावा जब्त किया था,
उस मकान को बेचने की सूचना दुकानदार ने लगा दी है।
बरेठा रोड के इस मकान से किया था मावा जब्त ।
धौलपुर और मुरैना से आता है मावाः जांच के दौरान यह भी पता चला है कि राजस्थान के धौलपुर और मप्र के मुरैना से मावा मंगाया जाता था। इस नकली मावे के कारोबार का किसी को पता न चले, इसके लिए व्यापारी लोकल के ग्रामीणों का बना मावा भी खरीद लेता था। उसे ही दुकान पर
एडीएम न्यायालय में मामला भेजा जा रहा
कैलाश प्रसाद साहू के यहां से जब्त किए गए मावे के 11 में से 9 सेंपल फेल हुए हैं। दुकानदार के खिलाफ एडीएम न्यायालय में मामला प्रस्तुत किया जा रहा है। संदीप वर्मा, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी विदिशा
लिखा-पढ़ी से खुली पोल
बाहर से आए मावे को घर में बने गोदाम में रखा जाता था। घरों से ही सीधे ऑर्डर पर बाहर का मावा शादी समारोह, बड़े आयोजनों के लिए भेजा जाता मावा को रखने था। इस लिए के घर में बड़े-बड़े व्यापारिक फ्रिज रखे हुए थे, जिनमें मावा को स्टोर करके रखा था।
पूर्व में व्यापारी के यहां हुई प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में बिना बिल का मिलावटी मावा और पनीर का स्टॉक मिला था। जब दुकान की लिखा-पढ़ी खंगाली गई तो पता चला कि कई क्विंटल मावा का कच्चा रिकॉर्ड दर्ज था लेकिन वह मौके पर नहीं मिला है। तभी जांच दल को पता चला कि बरेठ रोड के सुभाष निकेतन गली में मावा भंडार मालिक का मकान भी है। इसके बाद जांच दल वहां पहुंचा तो मकान में ताला लगा हुआ था। ताला खुलने पर जांच दल ने देखा कि व्यापारी का परिवार मकान के अंदर था और कमरों में रखे बड़े-बड़े कई डीप फ्रीजरों में मावा भरा हुआ था। उनमें मिलावटी मावा छिपाकर बाहर से ताला लगा दिया था।