डिप्टी कलेक्टर बांगरे को सुप्रीम कोर्ट से राहत
बैतूल जिला ब्यूरो रेशमा खान
बैतूल। मध्य प्रदेश की चर्चित डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे को इस्तीफा मंजूर नहीं होने के मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई है। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने जबलपुर हाईकोर्ट को आदेश दिए हैं कि वह निशा के इस्तीफे के मामले में जल्द फैसला करे।
दरअसल, निशा बैतूल की आमला सीट से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हैं। इसके लिए उन्होंने डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया, लेकिन मध्य प्रदेश सरकार ने अब तक इस्तीफा मंजूर नहीं किया है और ना इसकी वजह बताई है। इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका लगाई। 12 अक्टूबर को सुनवाई में प्रमुख सचिव को तलब किया था।
अगर उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया तो वे चुनाव नहीं लड़ पाएंगी। ऐसी अटकलें हैं कि उन्हें आमला सीट से कांग्रेस उम्मीदवार घोषित कर सकती है।
विवेक तन्खा ने कहा-एक-दो दिन में फैसला हो सकता है
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य और सीनियर एडवोकेट विवेक तन्खा ने बताया कि निशा के इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने निशा का इस्तीफा स्वीकार करने के मामले में हाईकोर्ट को जल्द निर्णय लेने के आदेश दिए हैं।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस पमिदिघनतम श्री नरसिम्हा की डबल बेंच में सुनवाई हुई। एक-दो दिन में इस मामले में हाईकोर्ट से निर्णय हो सकता है। दैनिक भास्कर से बातचीत में निशा ने कहा कि उनका इस्तीफा जल्द मंजूर हो गया और कांग्रेस ने उन्हें आमला से प्रत्याशी बनाया तो वे चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
चुनाव लड़ने के लिए निशा के पास 30 अक्टूबर का समय
सुप्रीम कोर्ट से आदेश होने के बाद अब एक बार फिर निशा बांगरे को हाईकोर्ट का रुख करना पड़ेगा। निशा के लिए अब उल्टी गिनती शुरू हो गई है, क्योंकि 21 अक्टूबर से नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हो रही है। उनके पास नामांकन की अंतिम तारीख 30 अक्टूबर तक समय तो है, लेकिन अब यह देखना होगा कि कांग्रेस उनका कितना इंतजार करती है।
22 जून को दी थी इस्तीफे की जानकारी
निशा बांगरे ने 25 जून को आमला में अपने घर के उद्घाटन समारोह के दौरान सर्व धर्म प्रार्थना और धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए छुट्टी मांगी थी। उन्हें छुट्टी नहीं दी गई थी। इस पर बांगरे ने 22 जून को अपने विभाग को एक लेटर लिखकर इस्तीफे की जानकारी दी थी।
मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में जन्मीं निशा बांगरे ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद गुरुग्राम स्थित मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी की। 2016 में उनका चयन एमपी में डीएसपी के पद पर हुआ। 2017 में वे डिप्टी कलेक्टर चुनी गईं। उनकी पहली पोस्टिंग बैतूल के आमला क्षेत्र में थी। उनके पति मल्टी नेशनल कंपनी में अधिकारी हैं।