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कविताएं :- अच्छे कर्म करों, बूरें कर्म को त्याग दो

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कविताएं :- अच्छे कर्म करों, बूरें कर्म को त्याग दो

 

मनुष्य का जीवन मिला है,

हमको इस जीवन का सदुपयोग करना चाहिए ना कि हम इसका दुरूपयोग करें।

आते – जाते है लोग,

जीवन का है ये खेल।।

 

जो मनुष्य जीवन पाया,

दुनिया में उसका नाम हुआ।

पढ़ा – लिखा होना,

बुद्धिमानी का है खेल।।

 

पशु – पक्षी हो या मनुष्य,

हर किसी के पास है जीवन।

पढ़ाई – लिखाई है बस एक खेल,

जो जाना वही ज्ञान प्राप्त कर पायेगा।।

 

रजत डे

जगदलपुर (बस्तर) छ.ग., धरमपुरा नं. 1

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