News By- हिमांशु उपाध्याय / नितिन केसरवानी
कौशांबी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में सीआरएस पोर्टल की आईडी और पासवर्ड हैक कर 24 घंटे में 60 जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए. मोबाइल पर जन्म प्रमाण पत्र जारी होने का मैसेज आने के बाद सचिव के होश उड़ गए. हैरानी की बात यह है कि ये सभी जन्म प्रमाण पत्र एक ही गांव में जारी किए गए हैं. सचिव ने मामले की सूचना डीपीआरओ को दी तो हड़कंप मच गया. डीपीआरओ ने मामले में साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है. मामला सिराथू तहसील के फाजिलपुर गोपालपुर गांव का है|
जानकारी के मुताबिक, सिराथू ब्लॉक के फाजिलपुर गोपालपुर गांव में ढाई साल पहले लक्ष्मी नारायण पंचायत सचिव के पद पर तैनात थे. अब वह मंझनपुर ब्लॉक में तैनात हैं. वर्तमान में जितेंद्र प्रकाश त्रिपाठी सचिव हैं. रविवार की रात नौ बजे से पूर्व सचिव लक्ष्मी नारायण के मोबाइल पर तीन बजे रात 60 मैसेज आए. यह मैसेज सीआरएसओआरजीआई पोर्टल से आए थे. फाजिलपुर गोपालपुर गांव के 60 लोगों का जन्म प्रमाण पत्र बनने का मैसेज पोर्टल से आया था. इनमें गांव के संजय कुमार, अमन कुमार, नूरजहां, शोएब, राजा, आर्यन कुशवाहा, साधना देवी, ऋषभ, रितिक, मेवालाल, मो. रेहान, सावित्री देवी आदि लोग शामिल हैं|
मैसेज आने के बाद सोमवार को पूर्व सचिव ने ब्लॉक से पता किया तो मालूम हुआ कि ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है. वर्तमान सचिव जितेंद्र प्रकाश त्रिपाठी से पूर्व सचिव ने बात की तो वह भी हैरान रह गए. उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर से ऐसा कोई आवेदन ही नहीं हुआ है, न ही इसका कोई रिकॉर्ड है. इसकी जानकारी होते ही ब्लॉक में खलबली मच गई. एक ही गांव का एक दिन में 60 लोगों को जन्म प्रमाण पत्र कैसे जारी हुआ, इसको लेकर अब अधिकारी भी हैरान हैं. कलक्ट्रेट में स्थित एनआईसी में भी जन्म प्रमाण पत्र को लेकर खलबली मची है. एनआईसी में अब यह पता लगाया जा रहा है कि एक ही गांव के एक दिन में 60 जन्म प्रमाण पत्र कैसे जारी हुए. किस स्तर की इसमें रिपोर्टिंग हुई है, कहां-कहां की रिपोर्ट लगी है, इसकी एक-एक जानकारी अब जुटाई जा रही है. इस मामले में साइबर सेल में एफआईआर दर्ज कराई गई है|
आपको बता दें कि जन्म प्रमाण पत्र हो अथवा मृत्यु प्रमाण पत्र बनने में एक महीने या इससे अधिक का समय लगता है. इसके लिए पूरी फाइल तैयार होती है. एसडीएम के यहां आवेदन होता है, इसके बाद सीएमओ के यहां फाइल जाती है. लंबी प्रक्रिया है. स्थानीय कर्मचारियों की पूरी रिपोर्ट लगती है, इसके बाद प्रमाण पत्र जारी होता है. डीपीआरओ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि फाजिलपुर गोपालपुर गांव के 60 लोगों के नाम एक ही दिन में कैसे जन्म प्रमाण पत्र जारी हुआ, इसको लेकर सभी लोग हैरान हैं. अब यह देखा जा रहा है कि कहीं पोर्टल से तो छेड़छाड़ नहीं हुई है. तकनीकी खामियों की वजह से ऐसा हुआ अथवा किसी शातिर ने साइट को हैक करके खिलवाड़ किया है, इसका पता लगाया जा रहा है और इस मामले में साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई गई है|