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मुख्यमंत्री के मौजूदगी में करा दी गयी भाई-बहन की शादी

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News By- नितिन केसरवानी

जौनपुर। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया है। बीते 12 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी करायी गयी शादी में भाई-बहन को सात फेरे करवा दिया गया। हलांकि यह मामला कार्यक्रम के बाद ही उजागर हो गया था लेकिन अधिकारियों ने इसे दबाये रखा था।

पत्रकारों द्वारा समाज कल्याण विभाग से कई बार शादी करने वाले जोड़ो की सूची मांगी गयी लेकिन आज तक मुहैया नही कराया गया। मंगलवार कों जिले के प्रभारी मंत्री एके शर्मा की प्रेसवार्ता में पत्रकारों ने सवाल किया तो डीएम ने स्वीकार करते हुए कहा कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है, इस योजना के तहत वर बधू को मिलने वाले सरकारी इमदाद को रोक दिया गया है।
मालूम हो कि बीते 10 मार्च से लेकर 12 मार्च तक जौनपुर महोत्सव का आयोजन नगर के शाही किला में किया गया था। कार्यक्रम के आखिरी दिन एक हजार से अधिक वर बधुओं का मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी कराया गया। इन वर बधुओं को आर्शीवाद देने के लिए खुद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री ने मंच से सभी नवदम्पत्तियों को आर्शीवाद दिया, उसके बाद सभी नव विवाहित जोड़ों पर पुष्पवर्षा किया था।
इस कार्यक्रम की फोटों सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद मड़ियाहूं तहसील के मईडीह गांव में हड़कंप मच गया क्यों कि वायरल एक फोटों उक्त गांव के सगे भाई बहन की थी, जो दुल्हा दुलहन के रूप नजर आ रहे थे।
यह मामला सामने आने के बाद मीडिया लगातार समाज कल्याण अधिकारी से मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह की लिस्ट मांग रहा लेकिन आज तक विभाग ने लिस्ट नही दिया।
योगी सरकार के आठ वर्ष पूरे होने के अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री ए के शर्मा ने प्रेस वार्ता करके सरकार की उपलब्धियां गिनाई। पत्रकारों के द्वारा पुछे गये सवाल पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजन हजारों लोगों के बीच होते हैं व इसमें छिपाने के लिए कुछ नहीं होता।
इस पर जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र ने पहले तो कहा कि 1001 जोड़ों के विवाह में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। इसके बाद मड़ियाहूं में भाई-बहन के विवाह कराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में है व इसकी जांच कराई जा रही है।
इस आयोजन में मुख्यमंत्री योगी भी नवजोड़ों को आशीर्वाद देने पहुंचे थे। उधर, प्रशासन की ओर से सभी 21 ब्लाकों में लाभार्थियों का सत्यापन कराए जाने का निर्देश दिया गया है। पूरी जानकारी संकलित होने के बाद समाज कल्याण अधिकारी अपनी रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी को देंगे।.

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