_पालीवाल टेलर्स के कारखाने में लगी आग लाखों का कपड़ा हुआ स्वाहा_* *_आग पर काबू पाने के लिए धरमपुरी से बुलाया फायर वाहन_*
लोकेशन धामनोद
संवाददाता मोनू पटेल
*_पालीवाल टेलर्स के कारखाने में लगी आग लाखों का कपड़ा हुआ स्वाहा_*
*_आग पर काबू पाने के लिए धरमपुरी से बुलाया फायर वाहन_*
*_डेढ़ घंटे में पहुंचा फायर वाहन, जब तक कपड़ों का गोदाम हुआ स्वाहा_*
*धामनोद।* धामनोद नगर एक व्यवसायिक नगर होने के साथ साथ कई औद्योगिक कारखाने, अस्पताल, स्कूल, एवं अन्य बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी मौजूद हैं । परंतु नगर परिषद का दोनों फायर वाहन अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़े हुआ हैं । एक फायर वाहन पुराना बंद पड़ा है वहीं दूसरा दुर्घटना का शिकार होने के बाद से सुधार होने के नाम पर गैरेज में कई महीनों से खड़ा हैं । ऐसे में नगर में होने वाले अग्नितांडव से बचने के लिए घंटों के इंतजार में लाखों का नुकसान नगर के व्यापारियों को झेलना पड़ रहा है । ऐसा नहीं कि यहां राजनैतिक नेता नहीं है, हैं दो दो नेता है विधायक भी है केंद्रीय मंत्री भी है परंतु केवल बड़बोले आश्वासन देकर जनता को केवल आश्वस्त करते रहते हैं ।
*_एक वर्ष होने आया फायर वाहन अब तक नहीं सुधार कर आया –_*
नगर परिषद धामनोद का फायर वाहन गणपति घाट में आग बुझाने के दौरान दुर्घटना का शिकार हुआ था जो एक वर्ष होने आया अब तक नहीं सुधार पाया है । अब भगवान ही जाने सुधारने के फंड की बात जो रहा है या उसमें भी कभी स्थानीय नेताओं में भ्रष्टाचार की खींचतान के कारण नहीं सुधार प रहा है
*_लाखों रुपए का कपड़ा जलकर हुआ स्वाहा –_*
सोमवार को देर शाम नगर के एक प्रतिष्ठित पालीवाल टेलर्स के कारखाने पर बिजली के शॉट सर्किट के चलते आग लगी । जहां कपड़े के गोडाउन पर आग लग गई । जिसके कारण पूरा मॉल गोदाम जलकर खाक हो गया । पश्चिम के मालिक उमेश पालीवाल ने बताया कि मेरा आसपास के कई स्कूलों की ड्रेस आदि बनाने का बड़ा कारखाना है । आज लगी आग में करीब करीब 15 लाख रुपए से अधिक का कपड़ा जलकर राख हो गया है । नगर में फायर वाहन नहीं होने से मेरा लाखों का नुकसान हुआ है । आग लगने पर आसपास के रहवासियों ने पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया जो कि विफल रहा ।लगभग डेढ़ घंटे बाद धरमपुरी नगर परिषद से जो कि नगर से 25 किलोमीटर दूर है अग्निशमन यंत्र बुलाया गया । जिसने आग बुझाने का प्रयास जारी है । पूर्व में भी नगर कई बार आग लगने की घटनाएं हुई है उसके बावजूद प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है ।