कौशाम्बी: फर्जी थानाध्यक्ष बनकर ठगे 50 हजार, नाबालिग की तलाश के आनलाइन पैसा मांगा, युवक ने की शिकायत
News By- हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: सैनी कोतवाली क्षेत्र में एक बेटी को बरामद कराने का झांसा देकर फर्जी पुलिस वाले ने उसके परिजनों से 50 हजार की ठग लिए। पूर्व ग्राम प्रधान के दिए गए नंबर पर फोनकर बेटी फरार होने की जानकारी दी, परिजनों को झांसा देकर खाते में धनराशि ट्रांसफर करा लिया। घटना का खुलासा तब हुआ जब परिजनों ने दिए गए नंबर पर काॅल कर पैसा भेजने की पुष्टि करने का प्रयास किया। मोबाइल बंद होने पर परिजनों ने को ठगी का पता चला।
कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की किशोरी कुछ दिन पहले प्रेमी के संग फरार हो गई थी। युवती के बहनोई सुनील कुमार ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया कि उसकी ससुराल कानेमई गांव है। जहां से गांव का ही एक युवक उसे बहला-फुसला कर भगा ले गया था। इसी दौरान गांव के पूर्व प्रधान राकेश पंडित ने पीडित परिजनों को एक मोबाइल नंबर दिया। इस दौरान उसने बताया कि यह एसओ सैनी का नंबर है, जो किशोरी को बरामद करा देगें।
प्रधान के दिए गए नंबर पर पीड़ित परिजनों ने बात किया तो साइबर ठग पुलिस वाले की फोटो लगाकर पहचान छिपाते हुए अपने को एसओ सैनी बताया। फर्जी पुलिसवाले ने 50 हजार रुपये स्कैनर के जरिए मांगे। 26 अक्टूबर को 50 हजार रुपये बैंक ऑफ इंडिया के खाते से पीटीएम कर दिए गए। पैसों की पुष्टि करने के लिए जब उसी नंबर पर काॅल किया गया तो वह बंद मिला। इससे पीड़ित परिवार ने अपने आप को ठगा महसूस किया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि किशोरी के लापता होने की घटना में फर्जी एसओ बनकर 50 हजार की ठगी की गई। जांच के बाद सैनी में केस दर्ज कर आरोपी के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया गया है। जल्द ही आरोपी पहचान कर खुलासा किया जाएगा।