हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
कौशाम्बी टेढ़ीमोड़ : जनपद की शिक्षा–यात्रा में एक प्रेरणादायी क्षण गुरुवार को उस समय अंकित हुआ जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. कमलेंद्र कुमार कुशवाहा से प्रथम संस्था की प्रदेश समन्वयक बविता शंकर की सौहार्दपूर्ण एवं सार्थक मुलाक़ात सम्पन्न हुई। यह भेंट केवल संवाद भर न होकर शिक्षा के समग्र परिदृश्य में कक्षा चार और पांच के छात्रों को और धारदार,सशक्त एवं संवेदनशील बनाने का साझा संकल्प बनकर सामने आई।
इस अवसर पर प्रथम एजुकेशन फ़ाउंडेशन की ओर से प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर बबिता शंकर तथा जिला समन्वयक राजेश उपस्थित रहे। दोनों सदस्यों ने जनपद में दक्षता-आधारित शिक्षा,शिक्षक प्रशिक्षण,कक्षा-स्तरीय सुधार तथा सीखने के अनुकूल वातावरण सृजन पर अपने कार्यों का विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उसके बाद शिक्षा निदेशक डायट मंझनपुर निधि शुक्ला से भी सौहार्दपूर्ण मुलाक़ात रही। निधि शुक्ला ने जनपद में चल रहे शैक्षिक सुधारों,मॉनिटरिंग प्रणाली तथा विद्यालयी वातावरण में आ रहे सकारात्मक बदलावों पर सराहनीय संतोष व्यक्त किया। उन्होंने यह भी कहा—
“नवोन्मेषी शिक्षा वही है जो बच्चे के हाथों में आत्मविश्वास और आँखों में उजाला जगाए; आप सभी का प्रयास इसी उजाले की यात्रा को आगे बढ़ा रहा है।”
डॉ. कमलेन्द्र ने टीम के कार्यों की मुक्त-कंठ से प्रशंसा करते हुए निरंतरता,अनुशासन एवं नवाचार को और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। यह मुलाक़ात सौहार्द,समर्पण और सहयोग की उस भावना के साथ सम्पन्न हुई,जो जनपद कौशाम्बी की शिक्षा–दिशा में नई ऊर्जा, नवीन प्रेरणा और लक्षित प्रगति का संचार करती है। इस अवसर पर जिला समन्वयक प्रशिक्षण कौशाम्बी धर्मनाथ भी मौजूद रहे।