*बालकधाम में सिंधी समाज द्वारा श्रद्धा पूर्वक मनाया गया श्री गुरूनानक देवजी का प्रकाशोत्सव, आयोजित हुआ आम भंडारा*
*कार्यक्रम के दौरान गगनभेंदी आतिशबाजी के मध्य काटा विशाल केक, भजनों पर जमकर झूमें श्रद्धालुजन*
खंडवा।
सिंधी कालोनी स्थित प्रसिद्ध आस्था केंद्र बालकधाम गुरूद्वारा में श्री गुरूनानकदेव जी का 556 वां जयंती प्रकाशोत्सव स्वामी माधवदास उदासी जी के सानिध्य में परम्परानुसार बुधवार मध्य रात्रि में सिंधी समाजजनों द्वारा बड़ी श्रद्धा एवं हर्षोल्लास से मनाया गया। वही गुरुवार को सप्ताह पाठ साहेब पर भोग पश्चात गुरु के लंगर में बड़ी संख्या में हजारों श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी प्राप्त की। यह जानकारी देते हुए बालकधाम प्रवक्ता निर्मल मंगवानी ने बताया कि आठ दिवसीय प्रकाशोत्सव के दौरान प्रति रात्रि 9 बजे से कल्याण के भगत मोहन कारों झमाझम पार्टी के कलाकारों, श्री पीपलेश्वर झूलेलाल भजन मंडली एवं श्री झुलेलाल समर्थ पैनल के कलाकारों द्वारा संगीतमय गीतों, भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। वहीं गोपाष्टमी, भीष्म (भीखम) के अखंड दीपों का प्रज्ज्वलन देव उठनी एकादशी पर तुलसी विवाह का परंपरागत रूप से आयोजन एवं अंतिम दिन गुरुवार को आम भंडारा आयोजित हुआ। जिसमें दूर-दूर से पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी प्राप्त की। परंपरानुसार बुधवार रात्रि 1:20 बजे अनेक श्रद्धालुओं की मौजूदगी में संगीतमय गीतों भजनों, लोरियों एवं लाडों की सुमधुर संगीतमय प्रस्तुतियों एवं रंगबिरंगी गगनभेदी आतिशबाजी के मध्य श्री गुरुनानक देव जी का जन्मदिन डोली उतारने के पश्चात स्वामी माधवदास जी के कर कमलों से दो विशाल केक काटे जाकर जन्मोत्सव मनाया गया। आरती अरदास पश्चात प्रसादी का वितरण हुआ। आम भंडारा में नगर के विभिन्न क्षेत्रों की धर्म प्रेमी जनता के साथ मोहन दीवान, अशोक पालीवाल, परमजीत सिहं नारंग, सेवादास पटेल, प्रेम नारायण तिवारी, श्रंगी उपाध्याय, राजू, संजय सबनानी, संतोष मोटवानी, टीकमदास चावला, मनोहरलाल सबनानी, नारायण चावला, डॉ. दिलीप हिंदुजा, हरीश तलरेजा, अजय गेलानी, मनोहर संतवानी, कन्हैयालाल सहजवानी, पवन गोस्वामी, व्दारकादास मोहनानी अनिल सबनानी, अशोक हेमवानी, नानकराम आरतवानी, हरू आसवानी, निर्मल मंगवानी, किशनचंद, दयालदास कोटवानी, शंकरलाल आसवानी, खेमचंद, शंकर जेठवानी, मुकेश चंचलानी, साधु लखानी, मनोज खैटपाल, आदि सहित नगर की धर्म प्रेमी जनता ने बड़ी संख्या में भंडारा में भोजन प्रसादी प्राप्त की।