परिवार ने ठुकराया, प्यार ने निभाया वादा — गर्दन पर दाग देखकर टूटी सगाई, फिर मंदिर में सात फेरे लेकर सपनों का साथ हुआ पूरा
News By- हिमांशु उपाध्याय/ नितिन केसरवानी
कौशाम्बी: प्यार अगर सच्चा हो, तो कोई दाग, दूरी या डर उसे रोक नहीं सकता — ऐसा ही अनोखा किस्सा सोमवार को मंझनपुर में देखने को मिला। यहां मिर्जापुर उर्फ खोजवापुर निवासी शिवरतन (18 वर्ष) पुत्र स्व. छेदी लाल ने अपने प्यार सपना निवासी भिखियापुर (थाना कोखराज) से दुर्गा मंदिर में सात फेरे लेकर शादी रचाई।
करीब डेढ़ वर्ष पहले शिवरतन और सपना की शादी तय हुई थी। दोनों में फोन पर लगातार बातचीत होती रही। लेकिन जब लड़की के परिजनों ने लड़के की गर्दन पर दाग देखा तो आरोप है कि उन्होंने रिश्ता तोड़ दिया। इसके बाद भी दोनों का रिश्ता टूट नहीं पाया। दोनों का संपर्क बना रहा और एक-दूसरे से मिलने की चाह बढ़ती गई।
सपना ने आरोप लगाते हुवे बताया, कि “मेरे माता-पिता अब मेरी शादी किसी और से करने की बात कर रहे थे। कल शाम मैंने सुना कि वे मुंबई में किसी से मुझे बेचने की बात कर रहे थे। यह सुनते ही मैं घबरा गई। आज सुबह बिना बताए घर से निकलकर सीधे शिवरतन के पास मिर्जापुर पहुंच गई।”
दोनों ने घरवालों की परवाह किए बिना मंझनपुर स्थित दुर्गा मंदिर पहुंचकर सात फेरे लेकर शादी कर ली। मंदिर परिसर में मौजूद स्थानीय लोगों की मौजूदगी में शिवरतन ने सपना को वरमाला पहनाई और दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाईं।
शिवरतन मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है, जबकि सपना ने सातवीं तक पढ़ाई करने के बाद स्कूल छोड़ दिया। दोनों का कहना है कि अब वे एक-दूसरे का साथ निभाकर समाज के सामने मिसाल पेश करेंगे।