News By- हिमांशु / नितिन केसरवानी
भरवारी कौशाम्बी प्रेसिडेन्सी स्कूल एंड कॉलेज भरवारी में जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में हुए अमानवीय आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह हमला न केवल उन निर्दोष नागरिकों पर था, बल्कि समूची मानवता पर किया गया क्रूर प्रहार था। इस हृदयविदारक घटना के विरोध में विद्यालय परिसर में एकत्र होकर छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं प्रबंधन समिति के सदस्यों ने गहरा शोक व्यक्त किया और शहीदों की आत्मा की शांति हेतु मौन प्रार्थना की।विद्यालय में ही बच्चों द्वारा मोमबत्तियाँ जलाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए तथा पूरे विद्यालय परिसर में मौन मार्च किया गया। यह दृश्य अत्यंत भावुक था, जहाँ मासूम बच्चों की आंखों में देश के लिए पीड़ा और न्याय की पुकार साफ झलक रही थी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि इस जघन्य कृत्य के दोषियों को जल्द से जल्द कठोरतम सज़ा दी जाए, जिससे देश की जनता को न्याय मिल सके और ऐसे कृत्य दोहराए न जाएँ।
विद्यालय के चेयरमैन निवर्तमान विधायक संजय कुमार गुप्ता ने भी इस अवसर पर गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा कि “यह हमला हर भारतवासी के हृदय पर आघात है। आतंक के विरुद्ध एकजुट होकर खड़ा होना ही सच्ची श्रद्धांजलि है। विद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती सीमा पवार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि
आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा शत्रु है। पहलगाम की यह घटना हमारे देश के दिल को झकझोर देने वाली है।कार्यक्रम का समापन दो मिनट के मौन के साथ किया गया, जहाँ विद्यालय परिवार ने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए सामूहिक प्रार्थना की। यह आयोजन न केवल एक श्रद्धांजलि सभा थी, बल्कि छात्रों के भीतर देशप्रेम, करुणा और राष्ट्रीय चेतना को जाग्रत करने का एक भावपूर्ण प्रयास भी था।