शहर के मुक्तिधार्मों की दुर्दशा को आखिर कौन सुधारे अब करोड़ों का बजट खर्च नतीजा सिफर
रायसेन। रायसेन शहर के
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
अलग-अलग क्षेत्र में कुल पांच मुक्तिधाम है। इन मुक्तिधामों की देखरेख नगर पालिका परिषद रायसेन के भरोसे है। पहले और वर्तमान की नगर पालिका नगर पालिका परिषद अध्यक्ष सविता जमुना सेन ने इनकी सुध लेते हुए लाखों करोड़ों रुपए का बजट खर्च मुक्तिधामों की सौंदर्यता सड़क निर्माण और पेवर ब्लॉक लगाने में किए गए थे।वर्तमान में देखरेख के अभाव में बाउंड्री वॉल तार फेंसिंग और पेवर ब्लॉक दुर्दशा के शिकार हो चुके हैं। इन पांचो श्मशान घाट में एक जगह पर भी बिजली के इंतजाम नहीं है ।गोपालपुर मुक्तिधाम की दुर्दशा किसी से छुपी नहीं है।जिससे मर्दों के परिजनों को दाह संस्कार करने में भारी परेशानी झेलना पड़ती है। इतना ही नहीं जिससे लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है ।
समय गुजरने के साथ बिगड़ी स्थिति
एक समय हुआ करता था जब शहर की किसी गमी में बाहर से रिश्तेदार आकर अंतिम यात्रा के साथ रायसेन के मुक्तिधाम पहुंचता था। तो वहां की साफ-सफाई व हरियाली देखकर कह उठता था कि यह बहुत शांतिप्रिय व सुंदर जगह बनाई है। समय गुजरने के साथ ही अब मुक्तिधामों की स्थिति भी बिगड़ने लगी। जिस टीनशेड के नीचे अंतिम संस्कार किया जाता है। उसमें लगी लाइटें भी शोपीस बनकर रह गईं हैं और ऐसे में लोगों को मोबाइल की रोशनी में लकड़ियां जमाने से लेकर अन्य कार्य करना पड़ते हैं।
देखरेख करने वाली नपा परिषद को हुआ नुकसान
मुक्तिधाम में फूल-पत्तियां लगाने के अलावा लकड़ियों व अंतिम संस्कार की अन्य सामग्री भी यहां के मुक्तिधाम भोपाली फाटक वाले नरापुरा मुक्तिधाम संजय नगर वार्ड18,राहुलनगर वार्ड 13,पूरेन तालाब मुक्तिधाम वार्ड12 यशवंत नगर को तत्कालीन नपाध्यक्ष जमना सेन ने कायाकल्प चकाचक सुविधा उपलब्ध कराई थी।सौंदर्यीकरण कर गार्डन भी बनवाए गए थे। कोरोना काल के दौरान हुए थोकबंद अंतिम संस्कारों के लिए नगरपालिका परिषद को दी गई लकड़ी सहित अन्य सामग्री का भुगतान अभी तक नहीं हो पाया।
नपा का एक ही कर्मचारी आता है
टीनशेड के समीप एक ।मकान में लाइट तो लगी है, हो सकता है कि वो खराब हो गई हो। साफ-सफाई के लिए नगरपालिका परिषद के दो कर्मचारी तैनात हैं। लेकिन फिलहाल एक ही आता है दूसरा तो बरसों से नहीं आया। हमारे कर्मचारी जितना होता है काम करते हैं।सविता जमना सेन नपाध्यक्ष रायसेन
गंदगी का लगा अंबार
रायसेन के मुक्तिधामों में पेड़-पौधों की सुरक्षा के लिए लगाई गई जालियों में जगह-जगह पानी के खाली पाउच व बांस कपड़े अन्य सामग्री की गंदगी पड़ी हुई है। वहीं पेड़ों से झड़ने वाले पत्ते बड़ी मात्रा में बिखरे हुए हैं। यहां आने वाले लोगों को अब बैठने के लिए भी साफ-सुथरी जगह नहीं मिल पाती थी।