किसानों के कहने पर बिजली कंपनी अस्थाई तौर पर बंद कर रही बिजली सप्लाईशॉ र्ट सर्किट से गेहूं की फसल
*दैनिक प्राईम संदेश जिला ब्यूरो चीफ राजू बैरागी जिला *रायसेन*
बचाने किसान दिन में बंद करा रहे हैं फीडर
रायसेन।खेतों में पकी खड़ी फसल और खलियान में बिजली के तारों से शार्ट सक्रिट से लगने वाली आग से बचाने के लिए किसानों ने एक नया तरीका निकाला है। किसानों ने दिन में बिजली ही बंद करवा दी है ।जिससे कि आग की घटना से बचा जा सके। हालांकि बिजली कंपनी ने इस तरह की कटौती का कोई आदेश जारी नहीं किया है। अस्थाई तौर पर किसानों के कहने से ही दिन में बिजली बंद की जा रही है।
फसल में तेजी से फैलती है आग
खेत में फसल या भूसे में की घटना होने पर ग्रामीण नकतरा नरवर में फायर ब्रिगेड की मदद लेते हैं। रायसेन नगर पालिका में एक बड़ी एक छोटी दमकल है।जबकि आग बेकाबू होने पर रायसेन से भी फायर ब्रिग्रेड की गाड़ियां पहुंचती हैं। लेकिन फसल में आग तेजी से फैलती है। जिसके कारण नुकसान अधिक हो जाता है। किसानों की मानें तो दिन में बिजली बंद रहने से आग की घटना पर अंकुश लगाया जा सकता है।
गत वर्ष भी शार्ट सर्किट से जली थी फसल
इंजीनियर एस के पटेल ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में पिछली साल एक दर्जन से अधिक आगजनी की घटनाएं शॉर्ट सर्किट से सामने आई थीं। जिसमें किसानों का लाखों रुपए का नुकसान हुआ था। खेतों में खड़ी फसलें जलकर राख हो गई थीं। यह सभी घटनाएं खेतों के ऊपर से निकली हाइटेंशन व एलटी लाइनों में शॉर्ट सर्किट से हुई थी। इस बार किसान फसलों को बचाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। 40 फीसदी खेतों में फसल कट चुकी है, लेकिन अभी तक कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है। किसानों का कहना है कि फसल कटते ही दोपहर में विद्युत सप्लाई शुरू करवा लेंगे।गिरवर में किसान अमित यादव के खेत 22एकड़ में गेंहू फसल जलकर खाक हो चुकी है।हर साल खेतों में रखी फसलें शॉर्ट सर्किट से आग की भेंट चढ़ जाती हैं। दोपहर में लाइनें बंद होने से आगजनी का खतरा नहीं रहता है।रामसेवक सिंह, किसान