रोजगार सहायक GRS ने कर डाला बड़ा खेल, समतलीकरण के नाम पर लाखों का फर्जीवाडा
नाडेप निर्माण का नही किया भुगतान
नरसिंहपुर जिले की ग्राम पंचायत बसुरिया में ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी अनुसार
प्रशासन के संज्ञान में बात करते हुए ग्रामीण बोले की,,,,,,
ग्राम पंचायत सरपंच और सचिव को ग्रामवासी द्वारा मनरेगा योजना के अंतर्गत मजदूरी की मांग करने पर उनका जॉब कार्ड जारी कर एक वित्तीय वर्ष में 100 दिन का रोजगार दिए जाने का अधिकार है. इस पूरे मामले में ग्राम पंचायत का प्रमुख सरपंच होता है और सचिव के माध्यम से यह सब कार्रवाई की जाती है.
जिसका फायदा उठाकर सरपंच सचिव रोजगार सहायक की मदद से भूमि समतलीकरण के नाम पर व अन्य योजनाओं में फर्जी मस्टर चला कर राशि निकाल रहे हैं जिसका ग्रामीणों को भी पता नहीं ना उन्हें काम दिया जाता ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत के द्वारा समतलीकरण कार्य आंगनबाड़ी परिसर ग्राम बसुरिया में दिनांक 16 /4/23 से 23/ 1/24 तक निकाली गई राशि 64090/-
समतलीकरण गौशाला परिसर दिनांक 30/11/22 से 06/01/24 तक निकाली गई राशि 62067/-
शोक पिट गड्ढा निर्माण दौलत के घर, परसोतम/नन्हे अहिरवार, रामबगश अहिरवार, गोपाल अहिरवार, विनोद अहिरवार, आदि लोगो के यहां काम तो हुआ है और मनरेगा योजना से प्रति शोक पिट मजदूरी 4862/-रुपए भी निकला है लेकिन ग्राम के लोगो का कहना है कि हितग्राही को पैसा नहीं मिला तो पैसा कहा गया ❓
भूमि समतलीकरण मै चले उन लोगों के मस्टरोल जिनके द्वारा कार्य किया ही नहीं गया ग्रामीणों ने बताया कि समतली करण कार्य लगभग एक बर्ष से हुआ ही नहीं और जनवरी 2024 तक पैसे निकल रहे तो भ्रष्टाचार चरम पर है
इस तरह फर्जी जॉब कार्ड, पर पैसे निकालने वाले रोजगार सहायक और उनके सहयोगियों पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए
ग्राम पंचायत रोजगार सहायक की मदद से यह पूरा फर्जीवाड़ा को अनजाम दिया. जिस पर जांच के बाद मामले में फर्जी तरीके से धनराशि निकालने के लिए जॉब कार्ड बनाने की पुष्टि होना चाहिए और दोषियों पर मामला दर्ज होना चाहिए,,,